सेवानिवृत्ति के बाद पुनः “सेवासक्षम”! मीडिया मौसम की खबरों में व्यस्त था अवनीश अवस्थी ने खबर का मौसम बदल दिया!

अवनीश नाम का अर्थ होता है “पूरे धरती का ईश्वर” यानी पूरे पृथ्वी पर राज करने वाला उत्तर प्रदेश के अवनीश अवस्थी का अखंड सौभाग्य उनके साथ सेवानिवृत्ति के बाद भी कायम है यह सौभाग्य कठिन परिश्रम एंव श्रेस्ठ प्रबन्धन कौशल का प्रतिफल है क्योंकि हिंदू दर्शन भाग्यवादी तो है परंतु “कर्म” यानी सुनियोजित परिश्रम के संतुलन से ही प्रतिफल की परिभाषा देता है।

उत्तर प्रदेश पर ईश्वर की कृपा से सूखे के बाद घनघोर वर्षा हो रही है तो कहीं अतिवृष्टि से जान माल की क्षति भी हुई। मीडिया की खबरों में मौसम हावी था इसी बीच अवनीश अवस्थी ने एक बार फिर खबरों का मौसम बदल दिया और सारी खबरें उनकी ओर केंद्रित हो गई, सेवानिवृत्ति के बाद मुख्यमंत्री के सलाहकार बनकर वह पुनः “सेवा सक्षम” हो गए हैं ।

वैसे तो आईएएस की सेवा में लगातार दशकों तक वह शक्तिशाली रहे लेकिन उत्तर प्रदेश में पिछले साढे 5 वर्षों के योगी आदित्यनाथ के शासन में देश की जनता ने उनकी शक्ति का चरम देखा और उनके प्रभाव का पराक्रम देखा।

पिछले दिनों सेवानिवृत्ति होने के बाद जब केंद्र सरकार ने यू पी सरकार के द्वारा भेजी गयी उनके सेवा विस्तार की फाइल को हरी झंडी नहीं दी तो तमाम तरह की अटकलें लगाई जा रही थी लोगों को इस बात की हैरानी हो रही थी कि आखिर योगी के “राइट हैंड” कहे जाने वाले अवनीश अवस्थी को प्रधानमंत्री मोदी ने सेवा विस्तार क्यों नहीं दिया?

अवनीश अवस्थी ने पिछले कुछ वर्षों में योगी आदित्यनाथ को देश का सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री बनाने के लिए एक साथ कई मोर्चों पर काम किया कहने को तो वह लगभग आधा दर्जन विभागों का संचालन करते थे लेकिन यथार्थ रूप में सरकार के लिए वह 360-degree यानी सभी दिशाओं में काम करते थे अवस्थी अघोषित रूप से सभी विभागों की कार्यशैली पर नजर रखते थे और योगी आदित्यनाथ की छवि एक ईमानदार और दबंग मुख्यमंत्री के रूप में जनता के दिलों में बने इस बात के लिए लगातार काम कर रहे थे।

उत्तर प्रदेश में अपराधियों के विरुद्ध बुलडोजर एक्शन हो या फिर राजनीतिक माफियाओं की कमर तोड़ना, प्रमुख सचिव गृह के रूप में अवस्थी ने उत्तर प्रदेश पुलिस को ऐतिहासिक रूप से ताकतवर और जवाबदेह बनाया । नागरिकता कानून को लेकर वर्ग विशेष की नाराजगी और सांप्रदायिक दंगों में भी उत्तर प्रदेश पुलिस ने कठोर रवैया अपनाया जिसकी वजह से देश के तमाम प्रांतों से ज्यादा मुस्लिम जनसंख्या यूपी में होने के बावजूद उत्तर प्रदेश का अधिकांश इलाका बहुत ही कम समय में नागरिकता कानून के विरोध प्रदर्शन के बावजूद शांतिपूर्ण और नियंत्रण में रहा ।

विकास के मोर्चे पर भी अवनीश अवस्थी ने योगी आदित्यनाथ का मान बढ़ाने के लिए पूरा जोर लगाया जिसके बाद उत्तर प्रदेश सर्वाधिक एक्सप्रेसवे देने वाला प्रदेश बन गया योगी सरकार के कार्यकाल में पूर्वांचल एक्सप्रेस वे, बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे, गंगा एक्सप्रेस वे बना, इसके अलावा लगभग आधा दर्जन एक्सप्रेस वे प्रस्तावित है।

यूपी के कई जिलों में बन रहा डिफेंस कॉरिडोर भी अवनीश अवस्थी की प्लानिंग का हिस्सा है जिसके चलते उत्तर प्रदेश आयुध निर्माण का भी एक बड़ा केंद्र बन रहा है । इसके अलावा दूसरे विभागों से समन्वय स्थापित करके अवस्थी ने उत्तर प्रदेश सरकार के ओवरऑल परफारमेंस को भी बेहतर करने पर फोकस किया ।

उनके बारे में कहा जाता है कि वह सुबह 6:00 बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास पर पहुंच जाते सुबह ही एक बार उन्हें पूरे प्रदेश के बारे में अपडेट कर देते थे और देर रात तक काम करते थे जब तक योगी आदित्यनाथ सो नहीं जाते थे ।
अवनीश अवस्थी पूरी सक्रियता से प्रदेश के 75 जिलों पर नजर बनाए रखे थे और रात में भी सोने के पहले मुख्यमंत्री को प्रदेश की पूरी जानकारी उपलब्ध कराते थे ।

कोरोना कॉल के कठिन दौर में भी उनके प्रदर्शन की सराहना हुई । कई बार तो जिले के डीएम एसपी से पहले घटनाओं की सूचना अवनीश अवस्थी के पास सीधे आ जाती थी उन्होंने उत्तर प्रदेश के हर जिले में अपना व्यक्तिगत नेटवर्क स्थापित किया । उनका पर्सनल मोबाइल नंबर उत्तर प्रदेश में हजारों लोगों के पास है और वह अधिकांश मोबाइल कॉल उठाने का और कम से कम समय में कॉल बैक करने का प्रयास करते हैं ।

व्यक्तिगत अधिकतम परिश्रम करके बेहतर आत्म प्रबंधन के जरिए अवनीश अवस्थी ने अपनी प्रशासनिक कुशलता से उत्तर प्रदेश सरकार को प्रभावित किया और व्यक्तिगत रूप से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी । इसीलिए प्रधानमंत्री कार्यालय से हरी झंडी न मिलने के बावजूद योगी आदित्यनाथ ने अवनीश अवस्थी को और अधिक समय तक शक्तिशाली बनाए रखने का फैसला किया है ।

इस फैसले के बहुत से मायने हैं कुछ विशेषज्ञ मानते हैं कि केंद्र की सरकार यानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से अवनीश अवस्थी के लिए हरी झंडी ना मिलने के बावजूद उन्हें फिर से और अधिक ताकतवर बनाना योगी सरकार के लिए कोई आसान फैसला नहीं था। सेवा विस्तार ना मिलना कहीं ना कहीं उनके प्रति केंद्र सरकार के असंतोष का भी एक कारण माना जा सकता है लेकिन योगी आदित्यनाथ भी दूसरे कलेवर के नेता हैं उन्होंने साबित कर दिया अवनीश की सेवाएं उत्तर प्रदेश के लिए आने वाले समय में भी उपयोगी रहेंगी इसलिए उनका प्रभावशाली और शक्तिशाली रहना अभी और समय तक आवश्यक होगा!

दीपक मिश्रा, प्रधान संवाददाता, लखनऊ

“द इंडियन ओपिनियन”

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