लुलु मॉल में मज़हबी एजेंडे पर योगी का बड़ा एक्शन, चार नमाज़ी गिरफ्तार!

लुलु मॉल की सुरक्षा में खर्च हो रहे हैं सरकार के करोड़ो रूपये और उपाय पब्लिसिटी स्टंट पर भी उठे सवाल।

लखनऊ में खोला उत्तर भारत का सबसे बड़ा शॉपिंग मॉल लुलु मॉल मजहबी एजेंडे को लेकर योगी सरकार के लिए मुसीबत बन गया है मॉल में हो रही भारी भीड़ से जहां लुलु ग्रुप भारी मुनाफा कमा रहा है वहीं उत्तर प्रदेश सरकार को मॉल की निगरानी में करोड़ो रुपए खर्च करने पड़ रहे हैं।

हालत यह है कि जब से यह लूलू मॉल खुला है तब से लगातार यहां लखनऊ पुलिस के जवानों और अधिकारियों की लगातार ड्यूटी लग रही है, लखनऊ पुलिस के कमिश्नर डीके ठाकुर भी कई बार लुलु मॉल का निरीक्षण कर चुके हैं। लखनऊ पुलिस को बकायदा ड्रोन कैमरा से लुलु मॉल की निगरानी करनी पड़ रही है यानी लुलु मॉल की चौकीदारी की वजह से पुलिस के करोड़ो रुपए खर्च हो चुके हैं और रोजाना हो रहे हैं ।

माल के रोजाना बवाल से योगी आदित्यनाथ भी भड़क गए हैं उन्होंने एक वीडियो बयान जारी करके चेतावनी दी है कि माहौल खराब करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी लुलु मॉल में मजहबी एजेंडे के खिलाफ जब योगी आदित्यनाथ लाल हो गए तो लखनऊ पुलिस को भी पसीना आ गया और आनन-फानन में लखनऊ पुलिस ने मॉल में नमाज पढ़ने वाले 4 लड़कों को गिरफ्तार कर लिया है ।

लखनऊ के निवासी में 4 लड़कों का नाम भी सामने आ गया है पहले कुछ लोग दबी जुबान में आरोप लगा रहे थे कि हिंदू लड़कों ने माहौल खराब करने के लिए लुलु मॉल में नमाज पढ़ी है।

यह भी कहा जा रहा है कि लुलु मॉल के मालिक यूसुफ अली ने मीडिया पब्लिसिटी का फायदा उठाकर अपने मॉल को करोड़ों का प्रचार फ्री में देने के लिए कहीं साजिश तो नहीं की?

क्योंकि मॉल में एक बार नमाज पढ़ी जाती है और उसके बाद हनुमान चालीसा पढ़ी जाती है और सभी मजहबी गतिविधियों का वीडियो भी वायरल करवाया जाता है। इस दिशा में भी पुलिस को जांच करने की जरूरत है। लखनऊ पुलिस अधिकारियों के मुताबिक उन्होंने 12 जुलाई को लुलु मॉल में नमाज़ पढ़े जाने को लेकर मॉल के अधिकारी सिबतेन हुसैन की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया था। मामले की जांच करते हुए पुलिस ने खुर्रमनगर के अबरारनगर निवासी मोहम्मद रेहान ,आतिफ खान ,मोहम्मद लुकमान और मोहम्मद नोमान को गिरफ्तार कर लिया है। मॉल में इन्हीं चार लड़कों ने गैर कानूनी तरीके से नमाज पढ़ी थी इसीलिए लुलु प्रबंधन की शिकायत पर आरेस्ट किया गया है नमाज पढ़ने वाले कुछ अन्य लोगों की भी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं ।

योगी आदित्यनाथ के सख्त आदेश के बाद पुलिस उन सभी लोगों की तलाश कर रही है जिन्होंने माहौल खराब करने के लिए मजहब का सहारा लिया चाहे वह हिंदू हो या फिर मुसलमान।

गौरतलब है कि लुलु मॉल का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद किया था भारतीय मूल के बड़े अंतरराष्ट्रीय मुस्लिम व्यापारी यूसुफ अली बड़े दिल के मालिक हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उनका सम्मान करते हैं इसलिए योगी आदित्यनाथ को उनके मॉल के उद्घाटन में जाना पड़ा ।
वह दुनिया में लगभग 57000 लोगों को रोजगार दे रहे हैं। जिनमें हजारों भारतवासी भी शामिल है। लेकिन उनका यह शॉपिंग मॉल लखनऊ में जब से खुला है बवाल का अड्डा बन गया है और इसकी वजह से लखनऊ पुलिस प्रशासन की चुनौतियां कई गुना बढ़ गई हैं पुलिस को इस बात की भी जांच करनी चाहिए कि कहीं मॉल को व्यवसायिक फायदा पहुंचाने के लिए जानबूझकर एक बड़ा पब्लिसिटी स्टंट तो नहीं रचा गया।

ब्यूरो रिपोर्ट “द इंडियन ओपिनियन”

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