आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक दुर्गेश पाठक ने दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना पर 1400 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप लगाया है। उन्होंने विधानसभा में दावा किया कि नोटबंदी के दौरान खादी ग्रामोद्योग के प्रमुख रहते हुए एलजी वीके सक्सेना ने कालेधन को सफेद किया।
पाठक ने आरोप लगाया- ‘नोटबंदी के दौरान जब लोग भूखे थे परेशान थे तब हमारे उपराज्यपाल 1400 करोड रुपए का भ्रष्टाचार कर रहे थे। सीबीआई में मामला दर्ज हुआ लेकिन LG का नाम तक नहीं लिखा गया न सीबीआई ने रेड की, न FIR में नाम लिखा, लीपा पोती कर दी गयी।
दुर्गेश पाठक ने सोमवार को कॉन्फिडेंश मोशन पर चर्चा के दौरान कहा, ”यह घोटाला राष्ट्रपति महात्मागांधी और खादी के नाम पर हुआ। पाठक ने कहा, ”यह घोटाला बहुत शानदार तरीके से चल रहा था, किसी को पता भी नहीं लगता, लेकिन मैं इस सदन के माध्यम से उन दो कैशियर संजीव कुमार और प्रदीप यादव को धन्यवाद देता हूं।
उन्होंने कहा, ”सीबीआई ने ना कोई रेड की ना कोई पूछताछ की। जिन लोगों ने इस घोटाले को एक्सपोज किया उन्हें सस्पेंड कर दिया गया। सदन में इस घोटाले के आरोप पर हंगामा सत्ता पक्ष के विधायक वेल में उतरे जिसके बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।
दुर्गेश ने कहा, मैं इस सदन के माध्यम से मांग करता हूं कि सीबीआई के एफआईआर में वीके सक्सेना का नाम डाला जाए। इनके खिलाफ छापेमारी होनी चाहिए, ईडी की रेड होनी चाहिए।
ब्यूरो रिपोर्ट ‘द इंडियन ओपिनियन’