मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लंपी वायरस के खतरे को देखते हुए मिशन मोड में कार्य करने का निर्देश दिया है। उन्होंने इसके लिए वृहद टीकाकरण अभियान चलाने की बात कही है। इसके अलावा, उन्होंने अंतरराज्यीय पशु परिवहन पर रोक लगाने के निर्देश दिए हैं। लोकभवन में मंगलवार को एक उच्चस्तरीय बैठक में श्री योगी ने पिछले दिनों गोवंश पर लंपी वायरस का दुष्प्रभाव देखने को मिला है। इस संक्रमण के कारण कई राज्यों में व्यापक पशुधन हानि हुई है। प्रदेश में इसके प्रसार को रोकने के लिए हमें मिशन मोड में काम करना होगा। स्थिति सामान्य होने तक प्रदेश में पशुमेलों का आयोजन स्थगित रखा जाए।
उन्होंने कहा कि लंपी वायरस से सुरक्षा के लिए पशु टीकाकरण का विशेष अभियान चलाया जाना जरूरी है। टीके की उपलब्धता के लिए भारत सरकार से भी सहयोग प्राप्त होगा। यह मक्खी और मच्छर से फैलने वाला वायरस है। उन्होनें कहा कि संक्रमित पशु की मृत्यु की दशा में अंतिम क्रिया पूरे मेडिकल प्रोटोकॉल का साथ कराया जाए। किसी भी दशा में संक्रमण का प्रसार न हो।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि ट्रेस, टेस्ट और ट्रीटमेंट और टीकाकरण की रणनीति के सफल क्रियान्वयन से उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण बना हुआ है।
कोविड संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण के टीके की ‘अमृत डोज’ (बूस्टर/प्रिकॉशन डोज) दी जा रही है। कोविड की दैनिक पॉजिटिविटी दर में गिरावट देखने को मिल रही है। एक सप्ताह पूर्व तक जो दैनिक पॉजिटिविटी दर 1.6 प्रतिशत की हो गई थी, विगत दिवस 0.8 प्रतिशत दर्ज की गई।
वर्तमान में कुल एक्टिव केस की संख्या 4463 है। इनमें 4101 लोग घर पर स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर रहे हैं।साप्ताहिक वृहद बूस्टर डोज अभियान का आयोजन सफल हो रहा है। पिछले रविवार 19 लाख से अधिक लोगों ने बूस्टर डोज का लाभ लिया। स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा तत्काल सभी सरकारी अस्पतालों, सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, मेडिकल कॉलेजों में दवाओं की उपलब्धता, डॉक्टरों की उपस्थिति, जांच उपकरणों की कार्यशीलता की जांच कर ली जाए।
ब्यूरो रिपोर्ट ‘द इंडियन ओपिनियन’