स्वच्छ भारत अभियान के तहत स्वच्छता रैंकिंग एक अक्टूबर को घोषित हुई। इंदौर को छठी बार पहला स्थान मिला है। वहीं मध्य प्रदेश को बड़े राज्यों में पहला स्थान दिया गया है। त्रिपुरा छोटे राज्यों में पहले स्थान पर है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सभी विजेताओं को बधाई देते हुए इंदौर मॉडल पूरे देश में लागू करने की आवश्यकता बताई।
1 लाख से ज्यादा वाले स्थान पर इंदौर ने बाजी मारी है। दूसरे स्थान पर सूरत तो तीसरे स्थान पर नवी मुंबई है। 1 लाख से कम आबादी वाले शहरों में पहला स्थान महाराष्ट्र के पंचगनी को दिया गया है। दूसरा स्थान छत्तीसगढ़ के पाटन को मिला है। तो वहीं तीसरे स्थान पर महाराष्ट्र का कराड़ शहर आया है। राजस्थान-महाराष्ट्र को पछाड़कर मध्य प्रदेश देश का सबसे स्वच्छ राज्य बन गया है। 100 से अधिक शहरों वाले स्टेट में मध्य प्रदेश नंबर-1 पर आया। भोपाल को 1 लाख से आबादी वाले शहर में मिला छटवां स्थान।
पुरस्कार समारोह में केंद्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी, आवासन और शहरी कार्य राज्य मंत्री कौशल किशोर, शहरी विकास मंत्री और देशभर के महापौर सहित कई गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए. इस दौरान विभिन्न श्रेणियों में 160 से अधिक पुरस्कार प्रदान किए गए. इस कार्यक्रम में राज्य और शहर के प्रशासक, क्षेत्रीय साझेदार, विषय विशेषज्ञों के साथ-साथ युवा संगठन, स्वच्छता कार्यकर्ता, उद्योग प्रतिनिधि, स्वच्छता और अपशिष्ट प्रबंधन क्षेत्र के स्टार्टअप, शैक्षणिक संस्थान, गैर-सरकारी संगठन और सीएसओ सहित लगभग 1,800 अतिथियों ने भागीदारी की. इस समारोह का सीधा प्रसारण देखने हेतु नागरिकों के लिए शहरों के प्रमुख स्थानों पर स्क्रीन भी लगाई गई.
CM शिवराज ने ट्वीट कर कहा- ”अरे वाह भिया, छा गया अपना इंदौर फिर से इंदौर अद्भुत है,गजब है. धन्य है इंदौर की जनता,इंदौर की जनता को मेरा प्रणाम, जिन्होंने इंदौर को लगातार 5वीं बार स्वच्छता में शीर्ष पर बनाए रखा. बधाई जनप्रतिनिधियों को,सांसद,विधायक, प्रशासन,स्वच्छता कर्मियों, स्वयंसेवी संगठनों को. बधाई इंदौर..”
एक अन्य ट्वीट में CM ने कहा- प्रदेश के शहरी विकास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह राव जी को बहुत-बहुत बधाई. मेरा मन आनंद से भरा है, ये इंदौर है जो निरंतर स्वच्छता के विभिन्न मानकों पर नंबर वन आ रहा है. ये इंदौर की जनता की इच्छाशक्ति का परिणाम है, जो अपने शहर को अपने घरों की तरह स्वच्छ रखने का संकल्प लिए हुए है.