25 जुलाई को भारत के 14वें राष्ट्रपति के रूप में रामनाथ कोविंद का कार्यकाल खत्म हो गया,
वो सोमवार को लुटियन दिल्ली के बंगले में चले गए , वहाँ वो आजीवन रहेंगे, उन्हें ढाई लाख रुपये की पेंशन मिलेगी।
इसके साथ ही सेवानिवृत्त राष्ट्रपति एक निजी सचिव, एक अपर निजी सचिव, एक निजी सहायक, दो चपरासी, और कार्यालय खर्च के तौर पर प्रति वर्ष एक लाख रुपये के हकदार हैं। राष्ट्रपति को सेवानिवृत्त के बाद मुफ्त चिकित्सीय परिचर्या और उपचार की सुविधा मिलती है और भारत में कहीं भी एक व्यक्ति के साथ वायुयान,रेल या स्टीमर द्वारा उच्चतम श्रेणी की यात्रा के वह हकदार होते हैं,दिल्ली पुलिस की सिक्योरिटी दी जाएगी। दो सचिव भी होंगे। साथ ही साथ सुरक्षाकर्मियों के लिए बने कमरों की भी रंगाई की जा रही है। वहीं, सुरक्षा कारणों से बंगले के चारों ओर कंटीले तार लगाए गए हैं।
भारत के राष्ट्रपति को हर महीने पांच लाख रुपये मिलते हैं। कानून के मुताबिक, यदि राष्ट्रपति की मृत्यु हो जाती है या इस्तीफा देते हैं अथवा कार्यकाल पूरा हो जाता है तो राष्ट्रपति के जीवनसाथी शेष जीवन के लिये उस पेंशन के, जो सेवानिवृत्त राष्ट्रपति को मिलती है, 50 प्रतिशत की दर से पारिवारिक पेंशन के हकदार होंगे।
बता दें कि इसी बंगले के बगल में कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी का आवास है।
ब्यूरो रिपोर्ट ‘द इंडियन ओपिनियन’