ममता बनर्जी ने गुरुवार को टीएमसी के सांसदों से दिल्ली में एक बैठक की। उनकी मुलाकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से होने वाली है। इस दौरान ”विपक्ष को दबाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा ईडी का इस्तेमाल” विषय पर उन्होंने बात की। बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी भी शामिल थे। इस दौरान ममता मनरेगा और उनके राज्य के लिए जीएसटी बकाया सहित कई मुद्दों पर चर्चा करेंगी। बाद में उनका राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मिलने का कार्यक्रम है।
वह इस समय दिल्ली की चार दिवसीय यात्रा पर हैं। उनकी यह मुलाकात पश्चिम बंगाल के जीएसटी के बकाये सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के लिए बताई जा रही है।उन्होंने विशेष रूप से विपक्षी नेताओं पर छापे मारने और गिरफ्तार करने के लिए भाजपा द्वारा केंद्रीय एजेंसियों के उपयोग का आरोप लगाया। हालांकि, उनके सांसदों ने कहा कि उन्होंने पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी के बाद पार्टी से निलंबित करने में तुरंत कार्रवाई की है।
ममता बनर्जी कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मिल सकती हैं।इसके अलावा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री 7 अगस्त को नीति आयोग की बैठक में शामिल होंगी।
उन्होंने कहा कि शनिवार को द्रमुक, टीआरएस और आप जैसे गैर-कांग्रेसी विपक्षी नेताओं के साथ बैठक भी होनी है। वहीं दूसरी ओर जैसे ही बंगाल की मुख्यमंत्री गुरुवार को दिल्ली में उतरीं भाजपा के दिलीप घोष ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी बैठकों का उपयोग यह संदेश देने के लिए करती हैं कि एक सेटिंग हो गई है।
ब्यूरो रिपोर्ट ‘द इंडियन ओपिनियन’