डॉक्टरों के मुताबिक शुगर रोगियों को इंसुलिन की मात्रा पर खास ध्यान देना चाहिए। शरीर में इंसुलिन की मात्रा खानपान और डाइट के जरिये भी बढ़ाई जा सकती हैं। सबसे आम मधुमेह के लक्षण में प्यास, बार-बार पेशाब, भूख, थकान और धुंधला दृष्टि शामिल है।
मधुमेह और मधुमेह मेलेटस के दो प्रकार होते हैं-
पहला टाइप 1 मधुमेह, दूसरा टाइप 2 मधुमेह यदि आपके पास टाइप 1 डायबिटीज है, तो आपका शरीर इंसुलिन नहीं करता है। आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली आपके अग्न्याशय में कोशिकाओं को नष्ट करती है और नष्ट करती है जो इंसुलिन बनाती हैं।
टाइप 1 मधुमेह का आमतौर पर बच्चों और युवा वयस्कों में निदान किया जाता है, हालांकि यह किसी भी उम्र में दिखाई दे सकता है।
यदि आपके पास टाइप 2 डायबिटीज है, तो आपका शरीर इंसुलिन को अच्छी तरह से इस्तेमाल नहीं करता है हालांकि, मधुमेह और वृद्ध लोगों में इस प्रकार की मधुमेह सबसे अधिक होती है।
ऐसे ही कुछ ड्राई फ्रूट्स हैं जो शरीर में नैचुरल तरीके से इंसुलिन की मात्रा बढ़ाने में मदद करते हैं-
पिस्ता खाने से शरीर को भरपूर ऊर्जा मिलती है। इसमें फाइबर और फैट्स अच्छी मात्रा में होते हैं, जिसके बाद पेट काफी देर तक भरा हुआ रहता है। पिस्ता खाने वालों में ट्राइग्लिसराइड का स्तर भी काफी कम हो जाता है
जो बेहतर हृदय स्वास्थ्य का संकेत है।
मूंगफली का सेवनमधुमेह रोगी ज्यादा कैलोरी के सेवन से बचने के लिए नट्स का सेवन करें।
इन मेवों को आप कच्चा भी खा सकते हैं, लेकिन मधुमेह वाले लोगों को स्वाद में नमकीन मेवों को खाने से बचना चाहिए।
रोजाना काजू का सेवन करने से डायबिटीज मरीजों में इंसुलिन की मात्रा बढ़ने लगती है। इसके अलावा काजू में बाकी ड्राई फ्रूट्स
के मुकाबले फैट की मात्रा भी कम होती है।
अखरोट भी डायबिटीज के रोगियों के लिए लाभकारी होता है। इसमें फाइबर होता है जो कि मुधमेह के रोगियों को फायदा पहुंचाता है।
इसके साथ ही ये शुगर पेशेंट के पाचन को ठीक रखता है।
ब्यूरो रिपोर्ट ‘द इंडियन ओपिनियन’