बाराबंकी। सामाजिक न्याय प्रेणता कर्पूरी ठाकुर की पुण्यतिथि पर आॅल इण्डिया पसमांदा मुस्लिम महाज ;उ0प्र0द्ध व अति पिछड़ा वर्ग अति दलित वर्ग उत्थान समिति ;उ0प्र0द्ध दोनों संगठनों की बैठक गांधी भवन में आयोजित की गयी।
बैठक को सम्बोधित करते हुए आॅल इण्डिया पसमांदा मुस्लिम महाज ;उ0प्र0द्ध के प्रदेश अध्यक्ष वसीम राईन ने कहा कि पिछड़ा समाज के अंतिम छोर पर खड़े मनुष्य को सक्षम-सबल एवं स्वावलम्बी बनाया जाए, अन्य पिछड़े वर्ग के 79 जातियां है तथा अनुसूचित जाति के 66 जातियां अनुसूचित जनजाति में 15 जातियां है जिसमें कुछ जातियां अपनी जनसंख्या के अनुपात से अधिक लाभ पा चुकी हैं। दूसरी ओर अधिकांश अपने अनुपात से बहुत कम लाभान्वित हुई है जिससे 5 प्रतिशत ही लाभ मिला है। वर्तमान समय में संविधान के पिछड़ा वर्गीकरण न्याय समिति की संस्तुति में 2 मई 2018 को गठित कर समिति ने 404 पेज को रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपी गयी जिसमें प्रथम 12 जातियों को 7 प्रतिशत, 58 जातियों को 11 प्रतिशत, शेष 9 जातियों को 9 प्रतिशत की संस्तुति की गयी थी।
अति पिछड़ा वर्ग अति दलित वर्ग उत्थान समिति ;उ0प्र0द्ध के प्रदेश उपाध्यक्ष गया प्रसाद धुरिया ने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 15;4द्ध-16;4द्ध, 16;4एद्ध, 1-काका कालेलकर आयोग ;1953-1955द्ध, 2-मण्डल आयोग ;1978-1980द्ध, 3- उ0प्र0 सर्वाधिक पिछड़ा वर्ग आयोग ;1975-1977द्ध में वर्णित है। 1931 के आधार पर 1931 में संख्या के आधार पर दिया गया था जनगणना में एस0सी0/एस0टी0 एवं धार्मिक अल्पसंख्यक मुस्लिम, जैन, ईसाई, पारसी, क्रिश्चन पारसी, दिव्यांग व तृतीय जेण्डर/ट्रांस जेण्डर की जनगणना है परन्तु ओ0बी0सी0 की जनगणना नहीं है परन्तु दस वर्षों में ओ0बी0सी0 की जनगणना दोगुना होना बताया गया है इसे प्रभावित कर लाभ दिया जाये।
अति पिछड़ा वर्ग अति दलित वर्ग उत्थान समिति ;उ0प्र0द्ध के प्रदेश महामंत्री रामखेलावन राजपूत ने कहा कि प्रदेश में उच्च न्यायालय द्वारा शिक्षण संस्थानों द्वारा शिक्षकों के चयन में पूर्व में रोस्टर सिस्टम के प्रतिकूल 13 प्वाइन्ट रोस्टर लागू किये जाने के विरोध में पिछड़े वर्ग अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति, अल्पसंख्यक का 13 प्वाइन्ट का विरोधी है। न्याय पालिका, कार्य पालिका पदोन्नति जिसमें निजी संस्थानों व उपक्रमों में जनसंख्या अनुपाति आरक्षण प्रतिनिधि को दिया जाये।
सैनी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिनेश चन्द्र ने कहा कि प्रदेश में समान रूप से शिक्षा प्रणाली लागू हो, शिक्षा को रोजगार से जोड़ा जाये, बराबर महंगे इलाज उपलब्ध कराये जायें जिससे निर्धनों के लिए मकान की व्यवस्था में कोई भेदभाव न हो। अल्पसख्यंकों के लिए रंगनाथ मिश्रा आयोग लागू की जाये। प्रदेश में सामाजिक भागीदारी के लिए पिछड़ा वर्ग न्याय समिति की संस्तुति तीन श्रेणी में ;कर्पूरी ठाकुर फार्मूलाद्ध बंटवारा किया जाये। नया आदेश निर्गत हो जाने तक इनकी हिस्सेदारी यथावत रखी जाये जिससे दबे कुचले समाज को उचित प्रतिनिधि मिल सके।
गांधी भवन में आयोजित कार्यक्रम में सबसे पहले गांधी जी की प्रतिमा को माल्यार्पण करने के पश्चात कर्पूरी ठाकुर के चित्र पर माल्यार्पण भी किया गया। इस अवसर पर माली समाज के प्रदेश अध्यक्ष स्याम सिंह सैनी,विश्कर्मा समाज के अध्यक्ष राम विलास विश्कर्मा,नाइ समाज के अध्यक्ष भगवती प्रसाद शर्मा, पाल समाज अध्यक्ष सियाराम पाल, सलमानी समाज के जिलाध्यक्ष मुश्ताक़ सलमानी,महामंत्री जुबेर सलमानी,मलिक समाज के जिलाध्यक्ष इरशाद मलिक, पसमांदा महाज़ के मीडिया प्रभारी रिज़वान राईन,दुर्गा प्रसाद शर्मा,सीतला प्रसाद नन्द,आदि लोग मौजूद थे ।