देश के सबसे बड़े प्रदेश उत्तर प्रदेश की सत्ता पर जनता के प्रचंड बहुमत से आसीन नेतृत्व का संचालन अपने आप में बहुत ही अधिक व्यस्तता का काम है।
इसके बावजूद गोरक्ष पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ अपने शासकीय दायित्व का निर्वहन करते हुए अपने धार्मिक और सामाजिक दायित्वों को भी पूरा करते हैं।
उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बने हुए ढाई वर्ष हो गया है इस दौरान लगातार उनकी व्यस्तता बढ़ती जा रही है।
24 घंटे में वह केवल कुछ घंटे ही अपने निजी जीवन को देते हैं सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठने के बाद ईश्वर का ध्यान करने के बाद वह सबसे पहले देश प्रदेश की जनता का ध्यान करते हैं सरकारी कामकाज को पूरी गंभीरता के साथ अंजाम तक पहुंचाते हैं और उसके बाद अपने धार्मिक और सामाजिक दायित्वों को भी पूरी निष्ठा से निभाने का प्रयास करते हैं।
इस बार नवरात्र में उन्होंने विधिवत गोरखपुर में समय देते हुए गोरक्षपीठाधीश्वर के रूप में देवी की उपासना की, कन्या पूजन किया और हजारों भक्तों को प्रसाद वितरित कराया।
विजयदशमी के दिन भी प्रातः काल से ही गोरक्ष पीठ में सीएम योगी के नेतृत्व में एक बेहद प्रभावशाली आध्यात्मिक वातावरण का सृजन हुआ ढोल मृदंग की मनमोहक ध्वनि में गोरक्षा पीठ मैं ऐसा वातावरण बना कि मानव धरती पर स्वर्ग उतर आया
गणवेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में सुबह से ही देशवासियों के कल्याण की कामना की और उसके बाद पारंपरिक रथ पर सवार होकर भगवान राम के राजतिलक के लिए निकले गोरखपुर नगर में गोरक्ष पीठ की रथयात्रा का स्थानीय जनता ने हृदय से स्वागत किया और सड़कों पर धर्म सेवक की अनुशासित यात्रा ने को देखकर लोगों को लगा कि वाकई में बाबा गोरखनाथ की नगरी गोरखपुर आध्यात्मिक आनंद में डूब गई है।
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ सभी भक्तजनों और स्थानीय लोगों को प्रेम आशीर्वाद देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में विजयदशमी का उत्सव मनाया।
पिछले ढाई वर्षों के शासन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के मुखिया के रूप में एक बेहद ईमानदार और अनुशासित सरकार देने का प्रयास किया है भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई के साथ-साथ उत्तर प्रदेश में भय मुक्त अनुशासित वातावरण देने के लिए पुलिस विभाग को भी सख्त निर्देश दिए गए हैं।
इन सारे कार्यों के साथ-साथ गोरखपुर के प्रति योगी आदित्यनाथ हमेशा अपने विशेष प्रेम और स्नेह का प्रदर्शन करते हैं।
पूरे प्रदेश का ध्यान रखने के साथ-साथ उन्होंने गोरखपुर पर अपनी विशेष दृष्टि को बनाए रखा है और गोरक्ष पीठ के हर प्रमुख कार्यक्रम में शामिल होने के लिए वह समय जरूर निकालते हैं इसीलिए गोरखपुर के लोग आज भी कहते हैं, कि उनके योगी आदित्यनाथ कितने भी बड़ी कुर्सी पर विराजमान हो जाए, आम जनता सेवा कभी दूर नहीं हो सकते।
जब भी गोरखपुर की जनता या गोरक्ष पीठ के लोग उन्हें पुकारते हैं वह जरूर वहां पर हाजिर होते हैं और गोरखपुर के हर उत्सव को महोत्सव के रूप में मनाते हैं।
रिपोर्ट – मनोज कुमार, गोरखपुर