कासिफ प्रयागराज–
मौनी अमावस्या के मौके पर संगम नगरी प्रयागराज के माघ मेले में गंगा-यमुना और अदृश्य सरस्वती की त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है। श्रद्धालुओं में मौन रहकर आस्था की डुबकी लगाने की होड़ सी मची हुई है।
ग्रहों और नक्षत्रों के ख़ास संयोग की वजह से मौनी अमावस्या का महत्व कई गुना ज्यादा बढ़ गया है, प्रशासन का दावा है कि शाम तक दो करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु त्रिवेणी की धारा में आस्था की डुबकी लगाकर मोक्ष की कामना करेंगे। भारी भीड़ की वजह से मेले में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गए हैं। संगम के सभी स्नान घाटों और प्रमुख जगहों पर सुरक्षा की कमान कमांडोज ने सँभाल रखी है।

श्रद्धालुओं का कारवां सुबह से ही त्रिवेणी की धारा में डुबकी लगाकर अपने जन्म-जन्म के पाप धो लेने के उतावला नज़र आ रहा है। इस मौके पर श्रद्धालु मौन रहकर आस्था की डुबकी लगाने के साथ ही गंगा मैया की आराधना करते हुए तिल और जौ का दान भी कर रहे हैं। ऐसी मान्यता है कि मौनी अमावस्या पर तीर्थराज प्रयाग के संगम पर सभी तैंतीस करोड़ देवी-देवता भी अदृश्य रूप में मौजूद रहते हैं, माघ मेले में देश के कोने-कोने से साधु-संत, साधक और आम श्रद्धालु आये हुए हैं।

मौनी अमावस्या स्नान पर आने वाले श्रद्धालुओं पर हेलीकाप्टर से पुष्प वर्ष भी की गई ।