रिपोर्ट – राम प्रकाश त्रिपाठी,
शिलान्यास के पहले 1.25 लाख बार होगा शंखनाद
मंदिर निर्माण का हुआ श्री गणेश
सबसे पहले हुई गौरी – गणेश की पूजा
11 पुजारियों ने मंत्रोच्चार से शुरू की पूजा
अयोध्या। श्री राम जन्मभूमि पर भगवान राम लला के मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन से पहले की परंपराओं का प्रारंभ सोमवारी श्रावणी पूर्णिमा को ‘गौरी गणेश’ पूजा के साथ शुरू हुईं। सबसे पहले सनातन धर्म में सभी प्रमुख अवसरों के लिए अनिवार्य माने जाने वाले गणेश पूजा हुई।
तीन दिवसीय अनुष्ठानों का समापन बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए जाने वाले ‘भूमिपूजन’ के साथ होगा। पूजा सुबह आठ बजे शुरू हुई, जिसमें आचार्य इंद्रदेव के निर्देशन में 11 पुजारियों ने मंत्रों का जाप किया जबकि विभिन्न अन्य मंदिरों में ‘रामायण पाठ’ आयोजित किए गए। यह अनुष्ठान तीन दिन चलेगा। कल यानी मंगलवार को रामार्चा पूजा प्रारंभ होगी, जो देर शाम तक चलेगी। यह पूजा विष्णु लक्षार्चन की तरह ही होती है।
गौरी-गणेश पूजा के बाद माता सीता की कुलदेवी छोटी देवकाली और भगवान राम की कुलदेवी बड़ी देवकाली की आराधना की गई। अयोध्या में स्थित दोनों धर्म स्थलों पर ट्रस्ट के सदस्य राजा विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र ने यजमान की भूमिका में पूजन शुरू कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। पूजन के साथ राम जन्मभूमि परिसर में भी विभिन्न धार्मिक आयोजनों की शुरुआत हो गई है।
बुधवार को मुख्य भूमि पूजन का क्रम प्रारंभ होगा, जिसे काशी के विद्वान आचार्य के निर्देशन किया जाएगा। इस पूजन में मुख्य यजमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी होंगे।