अलकायदा चीफ अयमान अल-जवाहिरी को अमेरिका ने मार गिराया है। केंद्रीय खुफिया एजेंसी (CIA) ने अफगानिस्तान में ड्रोन हमले में उसे ढेर किया।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने जवाहिरी के मारे जाने की पुष्टि की है। जवाहिरी पर हमले से पहले बाइडेन ने अपनी कैबिनेट और सलाहकारों के साथ कई हफ्तों तक मीटिंग की।
अफगानिस्तान के काबुल में छिपा था अलकायदा सरगना अयमान अल-जवाहिरी, जैसे ही उसके अड्डे की पुख्ता जानकारी अमेरिकी जासूसी संस्था सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी को पता चली, उन्होंने उड़ा दिया अपना सबसे घातक और चुपचाप हमला करने वाला ड्रोन। इस ड्रोन की खासियत ही यही है कि उसके आने-जाने की खबर तक नहीं चलती, जब तक वह हमला नहीं कर देता। इस ड्रोन का नाम है एमक्यू 9 रीपर (MQ9 Reaper Drone)।
जवाहिरी ने अमेरिका पर आतंकी हमले के मास्टरमाइंड की साजिश में मदद की थी। अमेरिका में 11 सितंबर, 2001 के हमलों में चार विमानों को हाईजैक करने में मदद की थी। इस आतंकी घटना में करीब 3,000 लोग मारे गए थे।
अल जवाहिरी पर 25 मिलियन डॉलर यानी 1.97 अरब रुपए इनाम था। जवाहिरी ने इजिप्टियन इस्लामिक जिहाद यानी EIJ का गठन किया, ये एक ऐसा उग्रवादी संगठन था जिसने 1970 के दशक में मिस्र में सेक्युलर शासन का विरोध किया था।
अल जवाहिरी का जन्म 19 जून 1951 को मिस्र के एक संपन्न परिवार में हुआ था। वो पेशे से सर्जन था, 14 साल की उम्र में ही वो मुस्लिम ब्रदरहुड का सदस्य बन गया।
ब्यूरो रिपोर्ट ‘द इंडियन ओपिनियन’