अक्सर आपको अलग-अलग नामों से फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट आती है और आप बड़ी तेजी से लोगों से दोस्ती बढ़ाने के चक्कर में उन्हें अपना फेसबुक फ्रेंड बना लेते हैं और उनकी फ्रेंड रिक्वेस्ट को एक्सेप्ट कर लेते हैं या फिर आगे भी आप फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते हैं l लेकिन क्या पता है आपको कि आज के दौर में नकली आईडी यानी नकली पहचान पत्रों के जरिए जाति धर्म और पता बदलकर बड़ी संख्या में लोग नकली आईडी के सहारे फेसबुक और ट्विटर जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सक्रिय हैं, और अपने राजनीतिक सांप्रदायिक एजेंडे के जरिए लोगों को ठग रहे हैं धोखा दे रहे हैं और उनके नजदीक पहुंचकर उन्हें अपना शिकार बना रहे हैंl
पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज है फेक आईडी के जरिए नकली हिंदू बनकर लव जिहाद के जरिए हिंदू लड़कियों को फंसाने के कई मामलेl
देश में कई मामले इस तरह के आ चुके हैं जब लोगों ने नकली नामों के जरिए दूसरे लोगों के नजदीक पहुंचकर उन्हें अपना शिकार बनाया हैl पहले अक्सर ऐसे मामले लव जिहाद के नाम से सामने आते थे कुछ मुस्लिम युवक हिंदू नामों के जरिए अपनी फेसबुक सोशल मीडिया आईडी बनाकर हिंदू लड़कियों को प्रेम जाल में फंसाकर उन्हें अपना शिकार बना लेते थे और जब लड़कियों को सच्चाई पता चलती तब तक उनकी जिंदगी बर्बाद हो चुकी होती थी , ऐसे कई मामलों में देश में पुलिस ने कार्रवाई की है जिसके बाद लोग होशियार होने लगे l
हिंदू नेता कमलेश तिवारी भी हुए नकली आईडी के जरिए धोखे के शिकारl
हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी ऐसे ही साजिश का शिकार हुएl
उनकी हत्या करने के लिए गुजरात के जिन तीन मौलानाओं ने साजिश रची थी उन्होंने अपने कई एजेंटों को नकली आईडी के जरिए कमलेश तिवारी से दोस्ती करवाई इनमें से एक अशफाक की नकली फेसबुक आईडी पुलिस की पकड़ में आ गई हैl अशफाक कमलेश तिवारी की हत्या में शामिल थाl
अशफाक ने फेसबुक पर रोहित सोलंकी के नाम से फर्जी आईडी बनाई थीl
मुस्लिम होने की पहचान छुपाकर खुद को हिंदू के रूप में दिखाया और फेसबुक पर खुद को ऐसे प्रकट किया जैसे वह स्वयं में कट्टर हिंदू हो उसने अपने फेसबुक के होम पेज पर हिंदू राज की डीपी भी लगा रखी थी l
इसी पहचान के जरिए उसने फेसबुक पर कमलेश तिवारी से नजदीकी बढ़ाई उनसे मिलने का समय मांगा और अपनी टीम के साथ लखनऊ पहुंचकर कमलेश तिवारी के साथ अकेले में बातचीत करने के बहाने उन पर अचानक हमला करके उनका गला काटकर फरार हो गयाl
मुस्लिम अशफाक ने हिंदू रोहित सोलंकी बनकर कमलेश तिवारी का आसानी से कत्ल कर दिया और फरार हो गया l
इसी तरह न जाने कितने लोग नकली नामों से नकली पहचान से फेसबुक और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सक्रिय होकर “लोगों के भरोसे का हर रोज क़त्ल” कर रहे हैंl
सोशल मीडिया पर नकली आईडी से हो रहे बड़े अपराध लापरवाह बना देश का सरकारी तंत्रl
फेसबुक और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अभी तक हमारे देश में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं हो पाई है कि नकली आईडी के जरिए लोगों को ठगने वालों को रोका जा सके या फिर पकड़ा जा सकेl
देश में ऐसे तमाम मामले आए हैं जब फेसबुक पर जाति धर्म बदलकर लोगों ने लड़कियों महिलाओं और दूसरे लोगों को भी अपना शिकार बनाया हैl
कई घटनाएं होने के बाद भी सरकारी दिशा में कोई ठोस नियम लेकर नहीं आई और लोग लगातार शिकार हो रहे हैंl
व्यवस्था की खामी का शिकार हिंदू नेता कमलेश तिवारी भी हुए और जिहादियों की टीम ने नकली आईडी के जरिए उनसे नजदीकी बढ़ाकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया और आराम से फरार हो गए l
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स फॉर होने वाली ऐसी अपराधिक धोखाधड़ी के लिए हमारे देश के संबंधित विभाग हमारे लचर कानून और सोशल मीडिया के ऐसे संचालक भी जिम्मेदार हैं जो भारी मुनाफे के चक्कर में नकली आईडी रोकने के लिए सख्त नियमों को लागू नहीं कर रहेl
द इंडियन ओपिनियन के लिए आलोक कुमार की रिपोर्ट