
अटल टनल का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 3 अक्टूबर को किया गया था जिसके महज 72 घंटे बीतने के अंदर ही तीन हादसे हो गए।
मीडिया सूत्रों के मुताबिक बताया जा रहा है टनल के अंदर जाने वाले सैकड़ों पर्यटक के द्वारा ट्रैफिक संबंधित नियमों का कोई भी पालन नहीं किया जा रहा है।जैसा कि नियमों के तहत टनल के अंदर कोई भी गाड़ी रोक कर सेल्फी नहीं खींचेगा या गाड़ी की स्पीड 40किमी0से 80किमी0 के भीतर होनी चाहिए लेकिन इन सभी नियमों को ताक पर रखकर ट्रैफिक का आवागमन हो रहा है।जिससे कि हादसों को दावत मिल रही है महज 72 घंटों के दरमियान 3 दुर्घटनाएं हो चुकी हैं।
बीआरओ के मुख्य अभियंता ब्रिगेडियर केपी पुरुषोत्तमन ने कहा कि सुरंग के बीच में कहीं भी किसी को अपने वाहन को खड़ा करने की अनुमति नहीं है।उन्होंने यह भी दावा किया कि उन्होंने सुरंग में पुलिस की तैनाती के लिए अनुरोध किया था किंतु उद्घाटन के तुरंत बाद केस ट्रैफिक पुलिस की तैनाती कम हो गई जिसके परिणाम स्वरूप पंजाब और उसके आसपास के इलाकों से जाने वाले पर्यटकों द्वारा खुलकर नियमों की धज्जियां उड़ाई गई।
फिलहाल बीआरओ ने अगले 2 महीने के लिए डीजल,पेट्रोल,रसोई गैस और मिट्टी के तेल जैसे ज्वलनशील वस्तुओं को ले जाने वाले वाहनों के आवागमन पर पूर्णतया प्रतिबंध लगा दिया है और टनल के रखरखाव के लिए सुबह व शाम 1-1घन्टे की बंदी रखी है।
इनपुट संवाद