अशरफ गनी के दूसरी बार अफगानिस्तान का राष्ट्रपति बनने के बाद भी अस्थिरता का माहौल! The Indian opinion

आराधना शुक्ला –

अशरफ गनी को अफगानिस्तान का लगातार दूसरी बार राष्ट्रपति बना दिया गया है। देश में हुए चुनावों के नतीजे 28 सितंबर 2019 को ही घोषित कर दिए गए थे। लेकिन अपने मुख्य प्रतिद्वन्दी अब्दुल्ला अब्दुल्ला के दोबारा वोटों की गिनती कराए जाने की जिद के कारण पाँच महीने का इन्तजार करना पड़ा। चुनाव आयोग की प्रमुख हवा नूरिस्तानी ने काबुल में संवाददाता सम्मेलन में कहा, “चुनाव आयोग 50.64 प्रतिशत वोट प्राप्त करने वाले अशरफ गनी को अफगानिस्तान का राष्ट्रपति घोषित करता है।”


अशरफ गनी को दोबारा राष्ट्रपति बनाने का बहुमत 28 सितंबर को ही मिल गया था।18 फरवरी को दोबारा चुनाव के नतीजे घोषित किए गए,और इस बार भी गनी के ही पक्ष में ही नतीजे आए। पाँच महीने पहले जब अंतिम परिणाम घोषित किए गए थे तो गनी के प्रतिद्वंदी अब्दुल्ला अब्दुल्ला ने वोटों की गिनती में धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए फिर से गिनती कराने को कहा था और इस वजह से नतीजे आने में इतना समय लग गया।
गनी के दोबारा राष्ट्रपति बनने के साथ ही अफगानिस्तान में सियासी घमासान शुरू हो गया है। एक तरफ अब्दुल्ला ने समानांतर सरकार बनाने का दावा किया है,वहीं दूसरी तरफ तालिबान को टेबल पर लाकर बातचीत करने में भी विलंब हो रहा है। उम्मीद की जा रही थी कि सरकार बनने के बाद बातचीत करने की दिशा में कदम बढ़ाए जाएंगे। अब एक बार फिर से अफगानिस्तान में अस्थिरता के बादल उमड़ने लगे हैं।

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