रिपोर्ट- दीपक मिश्रा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के गरीब मजदूर किसान और छोटे व्यापारियों को राहत पहुंचाने के लिए 20 लाख करोड़ के बड़े आर्थिक पैकेज की घोषणा की है।
इस आर्थिक पैकेज में ब्याज में कटौती और करों में कटौती के उपाय भी शामिल होंगे जिससे समाज के सभी वर्गों को आर्थिक मंदी से लड़ने में मदद मिलेगी।
लॉक डाउन को आगे बढ़ाने की बात कहते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बारे में विस्तृत जानकारी बाद में दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि भारत को आत्मनिर्भरता के अभियान की शुरुआत करनी होगी और इसके लिए स्थानीय स्तर पर उत्पादन रोजगार और बाजार की व्यवस्था की जाएगी। देश के मजदूरों और कामगारों की तकलीफों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उन्हें इस बात का बहुत कष्ट है कि बड़ी संख्या में देश के मजदूर बहुत तकलीफ उठा रहे हैं संघर्ष कर रहे हैं और त्याग तपस्या कर रहे हैं ऐसे ही लोगों की राहत के लिए सरकार बड़े फैसले ले रही है।
भारत इस कठिनाई को इस चुनौती को एक अवसर के रूप में बदलेगा और आत्मनिर्भर बनकर विश्व बंधुत्व की भावना को भी साकार करेगा उन्होंने कहा कि हमें स्थानीय स्तर पर आत्मनिर्भरता का ढांचा तैयार करना होगा ‘लोकल को वोकल’ बनाना होगा।
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि वैज्ञानिकों के मुताबिक वायरस लंबे समय तक रहेगा लेकिन हम सारे काम रोक कर इसके इर्द-गिर्द ही घूमते रहें ऐसा नहीं हो सकता, बल्कि मास्क और 2 गज की दूरी के सिद्धांत के साथ हम सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ेंगे।
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में इस बात का जिक्र किया कि 20 लाख करोड़ के ऐतिहासिक पैकेज के बारे में वित्त मंत्री के द्वारा विस्तृत जानकारी दी जाएगी।