![](http://www.indianopinionnews.com/wp-content/uploads/2021/06/IMG-20210530-WA0054.jpg)
बाराबंकी: यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन ‘यूटा’ ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को जिले के लगभग 5 दर्जन से अधिक शिक्षकों के चयन वेतनमान के आदेश निर्गत किये जाने की मांग करके हुए पत्र लिखा। जिलाध्यक्ष ने पत्र के माध्यम से अवगत कराया गया कि जिले के विभिन्न विकास खंड में कार्यरत लगभग पांच दर्जन से अधिक शिक्षकों की चयन वेतनमान की पत्रावली जो लगभग 10 माह पूर्व आदेश निर्गत किए जाने हेतु संबंधित शिक्षकों द्वारा अपने अपने खंड शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में प्रस्तुत की थी।
उक्त चयन वेतनमान पत्रावलियों में कई बार आपत्ति लगाई गई और संबंधित विकास खंड द्वारा उन आपत्तियों का निराकरण भी किया जा चुका है। वर्तमान में उक्त चयन वेतनमान पत्रावली में भौतिक सेवा पंजिका में अंकन को लेकर पुनः आपत्ति की जा रही जा रही है जबकि कार्यालय अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा के आदेश पत्रांक-403/ए. सी. एस./राजस्व एवम् बेसिक शिक्षा/2021दिनांक 13 मई 2021 द्वारा भौतिक सेवा पंजिकाओं की मान्यता समाप्त की जा चुकी है।
ऐसी दशा में उक्त चयन वेतनमान पत्रावलियों का निस्तारण ऑनलाइन सेवा पंजिका के आधार पर तत्काल किए जाने की आवश्यकता है। प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री एवं जिला बेसिक शिक्षा मंत्री के नेतृत्व में मिशन प्रेरणा की रीढ़ की हड्डी के रूप में कार्य कर रहे शिक्षकों के व्यक्तिगत वित्तीय लाभ समय से प्राप्त ना होने से शिक्षकों में हताशा व्याप्त हो रही है जिससे ऐसे शिक्षक मानसिक व आर्थिक रूप से चिंताग्रस्त हो गए हैं ।
ज्ञातव्य की उक्त शिक्षकों को चयन वेतनमान का लाभ जुलाई 2020 से देय है और लगभग 10 माह से अधिक की देरी हो चुकी है। उक्त समस्या के समाधान हेतु जिलाध्यक्ष आशुतोष कुमार, धर्मेंद्र वर्मा, सत्येंद्र भास्कर, पूर्णेश प्रताप सिंह, दीपक मिश्रा, शाकिब किदवई, प्रदीप श्रीवास्तव, राजकपूर आदि पदाधिकारियों ने उक्त चयन वेतनमान पत्रावलियों में लगी आपत्ति का निस्तारण ऑनलाइन सेवा पंजिका के आधार पर करके चयन वेतन आदेश निर्गत करने की मांग की है।
ब्यूरो रिपोर्ट बाराबंकी