देश में पहली बार पटना हाईकोर्ट ने स्टूडियो कोर्ट की शुरुआत की जिसमें एक तरफ जज के बैठने का रूम होगा तो दूसरी तरफ वकीलों के बैठने का रूम बनाया गया है।जिसमें बैठकर वीडियो सिस्टम के द्वारा वकील अपना पक्ष न्याय कक्ष में बैठे जज के समक्ष रखेंगे।
उसके बाद जज केस की सुनवाई कर उस पर अपना फैसला देंगे।इसकी शुरुआत करते हुए मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक खंडपीठ का गठन किया गया है वही दो एकल पीठ भी बनाया गया है। इस पूरे सिस्टम का नाम स्टूडियो कोर्ट रखा गया है।जो अधिवक्ता वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपना पक्ष रखने की बजाय कोर्ट परिसर में आकर बहस करना चाहते थे।उनके लिए यह सुविधा मुहैया कराई गई है।वैसे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की भी सुविधा जारी रहेगी।
कोरोना संकट के समय में कुछ युवा अधिवक्ताओं द्वारा फिजिकल कोर्ट की शुरुआत करने की बात रखी गई थी।जिसके चलते पटना हाई कोर्ट के द्वारा स्टूडियो कोर्ट की शुरुआत की गई है।जिसमें वकीलों की आपसी सहमति पर समस्त केस सूचीबद्ध किए जाएंगे और अधिवक्ताओं की एंट्री ई-पास के जरिए होगी।
रिपोर्ट – इनपुट