रिपोर्ट – दीपेश
भारत और चीन के बीच युद्ध जैसे हालात बन गए हैं सीमा पर दोनों देशों के कई जवानों की संघर्ष में पिछले दिनों मौत भी हो गई और दोनों देशों ने सीमाओं पर भारी फौज का जमावड़ा कर दिया है चीन लगातार भारतीय सीमाओं पर अवैध कब्जे की कोशिश कर रहा है और धमकियां भी दे रहा है।
भारत ने भी यह साफ कर दिया है कि वह अपनी एक इंच भूमि नहीं छोड़ेगा और उसकी सेनाएं युद्ध के लिए तैयार हैं इसी बीच दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका ने यह घोषणा की है कि वह जर्मनी के आसपास तैनात अपनी सेनाओं को चीन के नजदीक रवाना कर रहा है। अमेरिका ने यह स्पष्ट कर दिया है कि चीन लगातार अपने सभी पड़ोसी देशों को परेशान कर रहा है भारत के खिलाफ उसकी नीति विध्वंसक है वह भारत के साथ-साथ दूसरे पड़ोसी देशों को भी अच्छी दृष्टि से नहीं देखता और दक्षिण चीन सागर में भी अवैध कब्जे की कोशिश कर रहा है इसलिए चीन को रोकना जरूरी है।
चीन को रोकने के लिए पर्याप्त संख्या में अमेरिकी फौज भारी हथियारों के साथ चीन की तरफ भेजी जा रही है। अमेरिकी सरकार के विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो ने कहा है की चीन अपने आसपास के देशों पर अवैध कब्जे करना चाहता है और मुक्त अंतरराष्ट्रीय समुद्री क्षेत्र पर भी कब्जा करना चाहता है इसलिए चीन के दुस्साहस को विश्व के हित में रोकना जरूरी है अमेरिका इस काम के लिए पर्याप्त शक्तिशाली सेना चीन के निकट तैनात कर रहा है जो चीन के दुस्साहस को रोकने का काम करेगी।
इस खबर से सबसे ज्यादा राहत भारत को मिली है क्योंकि भारत फिलहाल चीन से बड़े युद्ध का खतरा झेल रहा है और चीन की सेना वर्तमान में भारतीय सेना से ज्यादा ताकतवर मानी जाती है। इसलिए अमेरिका का साथ मिलने के बाद निश्चित तौर पर भारत का पक्ष कहीं ज्यादा मजबूत हो गया है और अब चीन को पीछे हटना ही पड़ेगा।