प्रदेश सरकार ने रविवार की देर रात 18 आईएएस अफसरों के तबादले कर दिए। तीन जिलों अलीगढ़, मुजफ्फरनगर और गोरखपुर में नए डीएम बनाए गए हैं। मुख्यमंत्री के क्षेत्र गोरखपुर का डीएम विजय किरण आनंद को बनाया गया है मुख्यमंत्री ने उनकी क्षमताओं को देखते हुए उन्हें प्रदेश में नवसृजित महानिदेशक स्कूली शिक्षा का पदभार सौंपा था जिसे उन्होंने बखूबी संचालित किया।
वही अलीगढ़ शराब कांड के काफी समय बाद वहां के डीएम को हटाकर मुजफ्फरनगर का डीएम बनाया गया है।
लंबे समय से तमाम आरोपों के बावजूद शासन के प्रिय बने अभिषेक प्रकाश से लखनऊ विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष का अतिरिक्त प्रभार वापस ले लिया गया है।
वह डीएम लखनऊ के पद पर बने रहेंगे। कानपुर नगर निगम के नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी को लखनऊ विकास प्राधिकरण का नया उपाध्यक्ष बनाया गया है।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा एवं राज्य परियोजना निदेशक विजय किरण आनंद को गोरखपुर का डीएम बनाया गया है। गोरखपुर के डीएम रहे के विजयेंद्र पांडियन को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के लिए कार्यमुक्त कर दिया गया है।
एवी राजमौलि को सहारनपुर मंडलायुक्त से खाद्य रसद आयुक्त के पद पर भेजा गया है। केंद्रीय प्रतिनियुक्त से लौटे लोकेश एम को सहारनपुर का मंडलायुक्त बनाया गया है। खाद्य आयुक्त मनीष चौहान को सचिव औद्योगिक विकास बनाया गया है।
सेल्वा कुमारी जे को डीएम मुजफ्फरनर से डीएम अलीगढ़ बनाया गया है। अलीगढ़ के डीएम चंद्रभूषण सिंह को डीएम मुजफ्फरनगर बनाया गया है। अरविंद सिंह मुख्य विकास अधिकारी लखीमपुर को कानपुर विकास प्राधिकरण का उपाध्यक्ष बनाया गया है।
मधुसूदन नागराज हुगली को सीडीओ वाराणसी से मुरादाबाद विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष के पद पर भेजा गया है। गौरंग राठी नगर आयुक्त नगर निगम वाराणसी को अलीगढ़ विकास प्राधिकरण का उपाध्यक्ष बनाया गया है। शिवशरंप्पा जीएन सीडीओ देवरिया को कानपुर नगर निगम का नगर आयुक्त बनाया गया है।
आशीष कुमार गोरखपुर विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष से सहारनपुर विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष बनाए गए हैं। प्रेम रंजन सिंह सहारनपुर विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष से गोरखपुर विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष और अरविंद कुमार चौहान सचिव उप्र भवन एवं अन्य निर्माण श्रमिक कल्याण बोर्ड से प्रयागराज विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष बनाए गए हैं।
2022 में उत्तर प्रदेश के चुनाव होने हैं इसलिए उत्तर प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री का पूरा ध्यान अब परफॉर्मेंस पर केंद्रित हो गया है। उन्हें हर हाल में रिजल्ट देने वाले अधिकारियों को महत्वपूर्ण पदों पर भेजना है और इसके लिए शासन में मंथन जोरों पर है आने वाले दिनों में और भी तबादले होने वाले हैं।
रिपोर्ट : ब्यूरो लखनऊ