राष्ट्रपति आरिफ अल्वी की मंजूरी के बाद पाक संसद भंग हो गई है लेकिन इमरान खान पीएम बने रहेंगे। आगामी 90 दिनों के भीतर देश में फिर चुनाव होंगे। अनुच्छेद 224 की बदौलत इमरान खान ने अपनी कुर्सी बचा ली है।
इमरान खान ने रविवार को पाक संसद में बड़ी चतुराई से विपक्ष के अरमानों में पानी फेर दिया। विपक्षी दलों द्वारा उनके खिलाफ की गई पूरी प्लानिंग धरी की धरी रह गई। हालांकि राष्ट्रपति आरिफ अल्वी की मंजूरी के बाद पाक संसद भंग हो गई है और अब आगामी 90 दिनों के भीतर देश में फिर चुनाव होंगे। लेकिन यहां रोचक बात यह है कि पाकिस्तानी संविधान के अनुच्छेद 224 की बदौलत इमरान खान ने अपनी कुर्सी बचा ली है। जानिए कैसे और अब क्या होगा पाकिस्तान का भविष्य…
रविवार का दिन पाकिस्तान में सियासी भूचाल लेकर आया। पूर्व नियोजित अविश्वास प्रस्ताव के तहत पाक संसद में विपक्षी दल इमरान खान को पीएम पद से बेदखल करने पहुंचे थे लेकिन पूरी तरह से कामयाब नहीं हो सके। पाक संसद में डिप्टी स्पीकर ने अविश्वास प्रस्ताव को असंवैधानिक बताकर रोक लगा दी और इमरान को बेदखल होने से बचा लिया। इमरान ने कैबिनेट भी भंग कर दी है। लेकिन पीटीआई नेता फवाद चौधरी का कहना है कि अनुच्छेद 224 के तहत इमरान खान अभी भी पीएम बने रहेंगे।
फवाद चौधरी ने कहा कि इमरान खान संविधान के अनुच्छेद 224 के तहत अपने कर्तव्यों को जारी रखेंगे, जो चुनाव और उपचुनाव से संबंधित है। हुसैन ने ट्वीट किया, “प्रधानमंत्री संविधान के अनुच्छेद 224 के तहत अपने कर्तव्यों को जारी रखेंगे। मंत्रिमंडल भंग कर दिया गया है।”
पाकिस्तान के संविधान का अनुच्छेद 224 क्या है?
रविवार को इमरान खान की सिफारिश के बाद आधे घंटे में ही राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने पाकिस्तान की नेशनल असेंबली को भंग कर दिया है और नए चुनावों का रास्ता साफ कर दिया है। पाकिस्तान में अब अगले 90 दिनों के भीतर आम चुनाव होंगे, तब तक पाकिस्तान के संविधान के अनुच्छेद 224 के तहत इमरान खान पाकिस्तान के कार्यवाहक पीएम बने रहेंगे। इसी के साथ पाकिस्तान के कैबिनेट को भंग कर दिया गया है।
उम्मीद नहीं थी ऐसा होगाः शहबाज शरीफ
रविवार को पाकिस्तान की संसद में जो हुआ वो विपक्ष की योजना के मुताबिक नहीं था। संसद से वापस लौटते हुए विपक्ष दलों के नेता शहबाज शरीफ ने भी माना कि इमरान खान के इस कदम की उन्हें कोई उम्मीद नहीं थी लेकिन संसद में जो हुआ उससे साबित होता है कि इमरान खान देश के गद्दार हैं और वे अब कानूनी रूप से आगे बढ़ेंगे और इमरान को सत्ता से बेदखल करके ही दम लेंगे।
ब्यूरो रिपोर्ट द इंडियन ओपिनियन