समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद और पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के बेटे नीरज शेखर ने राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफ़ा दे दिया है. वो लोकसभा चुनाव में अपने परिवार की परम्परागत सीट बालिया से टिकट मांग रहे थे लेकिन समाजवादी पार्टी ने टिकट नहीं दिया था. नीरज शेखर तब से अखिलेश यादव और पार्टी नेतृत्व से नाराज़ चल रहे थे. सूत्रों के हवाले से खबर है कि नीरज शेखर जल्द ही बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. 2020 में बीजेपी यूपी से राज्यसभा में भेज सकती है.
2007 में लड़ा था पहला चुनाव
अपने पिता के देहांत के बाद नीरज शेखर ने पहली बार वर्ष 2007 में चुनाव लड़ा था. उनके पिता के देहांत के बाद बलिया की खाली सीट से चुनाव जीत कर वे संसद पहुंचे थे. उन्होंने उस उपचुनाव में करीब तीन लाख वोटों से जीत हासिल की थी. इसके बाद 2009 के आम चुनावों में भी उन्होंने इस सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखा था.
मोदी लहर में हारे
2014 के लोकसभा चुनावों में जब देशभर में मोदी लहर चली तो बलिया भी इससे अछूता नहीं था. बीजेपी प्रत्याशी भरत सिंह ने नीरज शेखर को चुनावी मात दी थी. भरत सिंह ने यह चुनाव करीब सवा लाख वोटों से जीता था.
गौरतलब है कि बीती 8 जुलाई को ही पूर्व पीएम चंद्रशेखर की 12वीं पुण्यतिथि थी. इसके कुछ ही दिनों के भीतर नीरज शेखर ने यह फैसला किया है.
पूर्व पीएम को श्रद्धांजलि देने पहुंचे नेताओं में बीजेपी के सांसद भी शामिल थे. राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया के बेटे दुष्यंत सिंह के अलावा बीजेपी सांसद निशिकांत दूबे श्रंद्धांजलि देने गए थे.