उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा के जेवर में प्रस्तावित इंटरनेशनल एयरपोर्ट का रास्ता साफ हो चुका है. एक प्रस्ताव के अनुसार, वर्ष 2022-23 में तैयार होने के बाद जेवर का यह एयरपोर्ट दुनिया का 5वां सबसे बड़ा एयरपोर्ट बन जाएगा. अनुमान के मुताबिक, इस इंटरनेशनल एयरपोर्ट की सालाना क्षमता 3-5 करोड़ यात्रियों की होगी.
बता दें, इस एयरपोर्ट को तीन हजार हेक्टेयर में बनाया जा रहा है. जेवर हवाई अड्डे को अगले 50 साल की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाया जा रहा है. माना जा रहा है कि आने वाले पांच वर्षों में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (आईजीआई) की यात्री क्षमता पूरी हो जाएगी और तब तक जेवर हवाई अड्डा बनकर तैयार हो जाएगा.
भारत का सबसे बड़ा हवाई अड्डा
इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा देश का सबसे बड़ा हवाई अड्डा है. दूसरे स्थान पर मुंबई का छत्रपति शिवाजी अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डा और तीसरे स्थान पर बेंगलुरु का अंतराराष्ट्रीय हवाई अड्डा है. व्यस्तता के मामले में भी आईजीआई एशिया में 10वें जबकि विश्व में 21वें स्थान पर है. एशिया में पहले स्थान पर चीन का बीजिंग कैपिटल हवाई अड्डा जबकि, विश्व में पहले स्थान पर जार्जिया का अटलांटा हवाई अड्डा है.