बाराबंकी :सांसद पीएल पुनिया के किले में भगवा लेकर घुसे विधायक उपेंद्र रावत, टेरा दौलतपुर गांव के लोगों के हाथ में कमल देने की कोशिश, सिक्कों से तौले गए,दिया राशन कार्ड, इंटरलॉकिंग रोड, प्रियंका रावत के खेमे में भी तनाव..



चुनावी मैनेजमेंट के माहिर सांसद पीएल पुनिया के बेटे तनुज पुनिया को विधानसभा चुनाव में हरा कर सबको चौंकाने वाले उपेंद्र रावत अब भाजपा विधायक के कद से आगे बढ़कर कुछ और हासिल करना चाहते हैं l


उनकी नजर अब लोकसभा चुनाव पर है और अपनी ही पार्टी की सांसद प्रियंका रावत की नाराजगी की परवाह किए बगैर वह भाजपा से लोकसभा टिकट के दावेदार बन गए हैं और उन्होंने बाकायदा बाराबंकी लोकसभा क्षेत्र में अपना चुनावी अभियान भी शुरू कर दिया हैl

बाराबंकी लोकसभा क्षेत्र में अपना असर दिखाने की शुरुआत विधायक उपेंद्र रावत ने सांसद पीएल पुनिया के गोद लिए हुए गांव तेरा दौलतपुर से की है l
कई गाड़ियों का काफिला लेकर अपने समर्थकों के साथ तेरा दौलतपुर पहुंचे विधायक उपेंद्र रावत का गांव के लोगों ने सिक्कों से तौल कर स्वागत किया और फूल मालाओं से लाद कर सम्मान कियाl
बदले में विधायक ने गांव के गरीब लोगों को राशन कार्ड बांटे और सड़क की सौगात भी दी l
कुल मिलाकर उपेंद्र रावत पार्टी को यह संदेश देना चाहते हैं कि विरोधियों से जूझने में वह किसी से पीछे नहीं और इसीलिए राज्यसभा सांसद पीएल पुनिया के गोद लिए हुए गांव से ही अपनी रणभेरी बजा रहे हैं इस कार्यक्रम के बहाने उन्होंने ना सिर्फ पी एल पुनिया और उनके बेटे तनुज पुनिया को चुनौती देने की कोशिश की है बल्कि अपनी ही पार्टी के सांसद प्रियंका रावत को भी यह एहसास दिला दिया है कि, उपेंद्र रावत अपने सियासी मुकाम को हासिल करने के लिए हर तरह के संघर्ष के लिए तैयार चाहे वह गैरों से हो या फिर अपनों से l

कार्यक्रम की तस्वीरें यह बता रही हैं कि उपेंद्र रावत को सक्रिय राजनीति में नया समझने वाले लोगों को वह जवाब देना चाहते हैं ,और जवाब भी ऐसा देना चाहते हैं जिसकी गूंज विपक्षियों के खेमे के साथ साथ अपनों के दिल दिमाग में भी हो l

उपेंद्र रावत ने यह कार्यक्रम करवा कर साफ संदेश दे दिया है की पी एल पुनिया के गोद लिए हुए गांव में अपना जलवा दिखा कर वह कांग्रेस को सीधे राजनीतिक चुनौती दे रहे हैं साथ ही प्रियंका रावत को भी उस शीत युद्ध के लिए न्योता दे रहे हैं जो उन दोनों के बीच शुरू हो गया है बाराबंकी में भाजपा से लोकसभा का टिकट हासिल करने के लिए l

द इंडियन ओपिनियन के लिए आदित्य यादव और मोहम्मद शकील की रिपोर्ट