इटावा के सैफई तहसील में स्थित हवाई पट्टी का इस्तेमाल अब सिर्फ नेताओं के लिए नहीं बल्कि आम जनता के लिए भी होगा
इटावा के सांसद और राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन प्रोफेसर रामशंकर कठेरिया ने लोकसभा में यह मामला उठाते हुए मांग की है कि सैफई हवाई पट्टी को सस्ती हवाई सेवाओं से जोड़ा जाए और इसके लिए वहां एयर कनेक्टिविटी की सुविधा दी जाए
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजना का जिक्र करते हुए लोकसभा अध्यक्ष से यह बात कही नगर विमानन मंत्रालय से मांग करते हुए प्रोफेसर कठेरिया ने कहा की सैफई में डेढ़ सौ हेक्टेयर में बनाई गई हवाई पट्टी का इस्तेमाल जनहित में नहीं हो पा रहा अगर वहां से राजधानी दिल्ली और अन्य महत्वपूर्ण शहरों के लिए सस्ती एयरलाइन सेवाएं शुरू की जाए तो उसका इस्तेमाल आसपास के दर्जनों जनपदों के लोगों के हितों में हो सकता है और इससे क्षेत्र का आर्थिक विकास होगा और आसपास की महत्वपूर्ण सड़कों पर यातायात का दबाव भी कम होगा
यह जानकारी सांसद रामशंकर कठेरिया के मीडिया प्रभारी के द्वारा दी गई
आज लोक सभा में सांसद- इटावा/अध्यक्ष- राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग भारत सरकार डॉ. रामशंकर कठेरिया ने इटावा सैफई हवाई पट्टी को एयर कनेक्टिविटी से जोड़ने के लिए संसद में नियम 377 के तहत मामले को उठाया गया । इस मांग के पूरा होने से लोक सभा क्षेत्र इटावा और उसके आस पास के विभिन्न जिलों को निम्न लिखित लाभ होगा –
1- हवाई पट्टी इतना पहले बन जाने पर भी आज तक उसका विकास नहीं किया गया सिर्फ एक परिवार के लोग ही इस 151 हेक्टेयर भूमि का निजी उपयोग के लिए रखा था। जिसका उपयोग अब सभी लोग कर सकेगे।
2- विभिन्न जिलों जैसे भिंड, औरैया, कानपुर देहात, कनौज, जालौन , फर्रूखाबाद, एटा, मैनपुरी, फिरोजाबाद, जिले के लोगो हवाई यात्रा के द्वारा दिल्ली और लखनऊ जाने में सुविधा हो सकेगी।
3 – आए दिन आगरा लखनऊ एक्सोप्रेसवे व दिल्ली आगरा एक्सोप्रेसवे पर हो रही जाम की समस्या और दुर्घटना कम होगी ।
4- बुंदेलखंड एक्सोप्रेसवे बन रहा है जो बुंदेलखंड क्षेत्र के लोगो को एक्सोप्रेसवे के माध्यम से इस एयर कनेक्टिविटी का लाभ मिल सकेगा।
5- पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
6- इटावा आकर लॉयन सफ़ारी को देखने के लिए बड़ी संख्या में देश – विदेश के लोगो को सुविधा हो सकेगी।
7- रोजगार में बढ़ौतरी होगी।
8- व्यापार को बढ़ावा मिलेगा।
9- क्षेत्र का विकास होगा।
10- सस्ती उड़ान योजना को बढ़ावा मिलेगा।
रिपोर्ट – देवव्रत शर्मा