हाइटेक हुआ बकरीद का त्यौहार ऑनलाइन घर बैठे खरीदे जा रहे हैं बकरे जानिए “द इंडियन ओपिनियन” पर कहां और कैसे हो रही है खरीदारी


मेरठ -बदलते वक्त के साथ साथ अब बकरीद का त्योहार भी हाईटेक हो चला है. अब बकरीद के त्योहार को लेकर ज़िन्दा बकरों की भी होम डिलीवरी हो रही है. जैसे सभी चीज़े आप ऑनलाइन देख-समझकर खरीद रहे हैं, वैसे ही बकरे भी ऑनलाइन उपलब्ध हैं. इन होम डिलीवरी वाले बकरों की सारी डिटेल्स एप्लीकेशन पर अपलोड़ की गई है. मसलन एक क्लिक में आप अपनी पसंद के बकरे की कद-काठी, उसका वज़न, रंग और कीमत जान सकेंगे.
ऑनलाइन बकरे खरीदने को लेकर जहां युवा वर्ग खासा उत्साहित है वहीं बकरा कारोबारियों का कहना है कि कभी बकरों की भी होम डिलीवरी होगी, ऐसा सोचा नहीं था. इन कारोबारियों का कहना है कि ऐसी व्यवस्था बंद होनी चाहिए क्योंकि इससे उनके व्यापार पर असर पड़ रहा है.

ऑनलाइन बिक रहा है बकरा
बकरीद के त्योहार को लेकर आजकल बकरों का बाज़ार सज गया है. लोग तरह-तरह के बकरें खरीदे रहे हैं. बकरीद के त्योहार पर इस साल बकरों की होम डिलीवरी हो रही है. एक क्लिक पर आप अपना मनचाहा बकरा खरीद सकते हैं. ऑनलाइन बकरे खरीदने को लेकर युवा वर्ग ख़ासा उत्साहित है. मेरठ के बकरा व्यापारी ऐसी ऑनलाइन व्यवस्था से ख़फा हैं. बकरा व्यापारियों का कहना है कि बकरों की भी होम डिलीवरी होगी, ऐसा सोचा नहीं था. जी हां, जैसे अन्य त्योहार हाईटेक हो चले हैं, वैसे ही बक़रीद का त्योहार भी हाईटेक हो चला है. अब आप ऑनलाइन भी बकरों की खरीद-फरोख्त कर सकते हैं. आप अपने मोबाइल या कम्प्यूटर पर बुकिंग करें और जनाब कुछ समय बाद बकरा आपके दरवाजे पर होगा. होम डिलीवरी करने वाला शख्स कहेगा, साहब आपका बकरा आ गया.

ऐसी ऑनलाइन व्यवस्था को तत्काल बंद कराना चाहिए: दुकानदार
बकरों की ऑनलाइन बिक्री को लेकर लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रिया मिल रही है. कोई कह रहा है कि बकरा ऑनलाइन खरीदने से उन्हें काफी सहूलियत मिलेगी तो कोई कह रहा है कि क्योंकि बकरों की कुर्बानी दी जाती है, लिहाज़ा उसकी फोटो देखकर नहीं बल्कि उसे अपने सामने देखकर, उसे चला-फिराकर ही खरीदना चाहिए. दुकानदारों का कहना है कि ऐसी ऑनलाइन व्यवस्था को तत्काल बंद करना चाहिए क्योंकि वो साल भर इस दिन का इंतज़ार करते हैं कि कब बक़रीद का त्योहार आएगा और कब उनके बकरों की बिक्री होगी. ऐसे में अगर लोग ऑनलाइन ही बकरा खरीद लेंगे तो उनकी रोज़ी-रोटी का क्या होगा?