

अराधना शुक्ला–
वैश्विक महामारी घोषित हो चुका कोरोना वायरस अब दुनिया के कई बड़े नेताओं को अपनी चपेट में ले चुका है। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडियो की पत्नी का टेस्ट पॉजिटिव पाए जाने के बाद से ट्रुडियो ने कार्यालय ना जाने का फैसला किया है। बताया जा रहा है कि बीते सप्ताह श्रीमती ट्रुडियो अपनी सास और पुत्री के साथ ब्रिटेन में आयोजित एक चैरिटी कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंची थी। वहां से आने के बाद से उनको बुखार और खांसी की शिकायत थी। उनका मेडिकल टेस्ट करवाया गया तो पता चला कि कोरोना वायरस का संक्रमण है।

ऑस्ट्रेलिया के गृहमंत्री पीटर डट्टन भी इस वायरस की चपेट में है। एक सप्ताह पहले “फाइव आई” के अधिकारियों से मीटिंग के बाद उन्हें बुखार और खांसी की शिकायत थी। इसके बाद जब मेडिकल टेस्ट हुआ तब पता चला कि वे कोरोना की चपेट में आ चुकें हैं। इस मीटिंग में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ट ट्रम्प की पुत्री इवांका ट्रम्प ने भी शिरकत की थी। ज्ञात हो कि “फाइव आई” पाँच देशों का एक समूह है जिसमें यूके,यूएसए, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और न्यूजीलैंड शामिल हैं।

ब्राजीलियन राष्ट्रपति के प्रेस सेक्रेटरी फेबियो वर्जेंनगार्टेन के कोरोना से संक्रमित होने के बाद आशंका जताई जा रही थी कि कहीं यह वायरस और लोगों में तो नहीं फैल गया। बताते चलें कि बीते दिनों फ्लोरिडा में ब्राजील और अमेरिका के राष्ट्रपतियों की एक मीटिंग में फेबियो भी शामिल थे। 12 मार्च को फेबियो की इंस्टाग्राम प्रोफाइल में एक ग्रुप फोटो पोस्ट हुई जिसमें अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप उपराष्ट्रपति माइक पेंस, ब्राजील के राष्ट्रपति बोलसेनारों के साथ उनके प्रेस सेक्रेटरी फेबियो भी शामिल थे।

वर्जेंनगार्टेन का टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद से ही इस बात पर संदेह था कि कहीं उस मीटिंग में शामिल नेताओं में भी संक्रमण न फैला हो। इसके बाद मीटिंग में शामिल सभी व्यक्तियों का मेडिकल चेकअप करवाया गया। और किसी में भी इस वायरस के संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई सिवाय फेबियो के। हालांकि ट्रंप इस बात से चिंतित नहीं थे कि उनको भी संक्रमण हो सकता है।

इसके अलावा दुनिया भर के कई मंत्री और नेताओं में इस वायरस से प्रभावित होने के बाद उनकी सारी जनसभाएं रद्द कर दी गई हैं। स्पेन की एक मंत्री, ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री, ईरान के डिप्टी हेल्थ मिनिस्टर और अन्य मंत्रियों में भी कोरोना के लक्षण पाए गए हैं। हालांकि अभी तक ये पता नहीं चला है कि 80 वर्षीय ईरानी नेता अयातुल्लाह खोईमेनी को लेकर क्या सावधानी बरती जा रही है।क्योंकि इस वायरस का संक्रमण बुजुर्गों में बड़ी तेजी से फैलता है।

भारत में कोरोना वायरस का संक्रमण अभी तक किसी नेता या मंत्री में नहीं हुआ है। एहतियात के तौर पर प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी सारी जनसभाएं रद्द कर दी हैं। इसके अलावा राज्य सरकारों ने भी अपने-अपने यहाँ इस महामारी से निपटनें के लिए सभी जरुरी कदम उठाएं हैं।
भारत में अब तक लगभग 80 लोगों को कोरोना वायरस का संक्रमण पाया गया है और 2 लोगों की मौत हो चुकी है वहीं भारत में डॉक्टरों के विशेष प्रयासों के चलते 10 लोगों का सफल इलाज भी हो चुका है फिलहाल भारत में भी मेडिकल इमरजेंसी घोषित कर दी गई है और लोगों से अत्याधिक सावधानी बरतने की अपील की गई है।