
बाराबंकी। देश की मोदी सरकार को यह एहसास नहीं है कि कृृषि समूची मानव सभ्यता एवं मानव जाति की जनक, पालक, संरक्षक है। खेती के साथ सरकार का खिलवाड़ अन्यायपूर्ण ही नहीं, अपमानजनक कदम है। सत्ता के मद में चूर देश की मोदी सरकार पूरी तरह निरंकुश होकर तानाशाही करके काले कृृषि कानून लागू करने पर अमादा हैै। आज किसान आन्दोलन जन आन्दोलन का रूप ले चुका है सरकार अपनी जिद से उसे जमींदोज करने पर उतारू है क्योंकि किसान की आमदनी दोगुनी होने का सपना भाजपा राज मे पूरा होने वाला नहीं है। सरकार का यह एजेन्डा महज झुनझुना साबित हुआ है और सरकार द्वारा बनाये गये तीन कृृषि के काले कानूनों से किसानों का भला होने वाला नहीं है क्योंकि यह कानून किसान के लिये नहीं प्रधानमंत्री मोदी के पूंजीपति मित्रों के लिये बनाये गये है।
उक्त उद््गार उत्तर प्रदेश कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के मध्यजोन के कार्यवाहक अध्यक्ष तनुज पुनिया ने आज जय-जवान जय-किसान कार्यक्रम के तहत विकास खण्ड रामनगर के ग्राम तेलवारी तथा विकासखण्ड सिरौलीगौसपुर के ग्राम मरौचा में आयोजित किसान चौपाल में व्यक्त किये। जिसकी अध्यक्षता कांग्रेस अध्यक्ष मो0 मोहसिन एवं संचालन दुर्गेश दीक्षित ने किया विशिष्ट अतिथि के रूप में ग्राम तेलवारी की किसान चौपाल में पूर्व विधायक राजलक्ष्मी वर्मा मौजूद थी।

मध्यजोन के अध्यक्ष तनुज पुनिया ने कहा कि जब से देश में भाजपा की मोदी सरकार आयी है तब से देश की आवाम को सिर्फ लच्छेदार भाषणों तथा जुमलों से गुमराह किया गया है। न देश से बेरोजगारी दूर हुयी है न महंगाई, न भ्रष्टाचार और न ही विदेशों में जमा कालाधन ही वापस आया। ऐसे में देश की जनता का विश्वास मोदी सरकार से उठ गया है। आज लगभग तीन माह से जो मोदी सरकार ने कृृषि के काले कानून बनाये है उनकी वापसी की मांग को लेकर देश का अन्नदाता आन्दोलनरत है उनका समाधान कृृषि कानून को वापस लेकर सरकार नहीं कर रही है अपितु देश के करोड़ों किसानों मे भ्रम फैलाकर आन्दोलित किसानों को सिर्फ आश्वासन देकर आन्दोलन खत्म कराने की साजिश कर रही है लेकिन सरकार की मंशा किसान समझ चुका है और उसने जब तक काले कानून वापस नहीं हो जाते, सरकार से लड़ने का मूड बनाया है। जिसमें आखिरी जीत किसान की होगी।

कांग्रेस अध्यक्ष मो0 मोहसिन ने किसान चौपाल को सम्बोधित करते हुये कहा कि सत्ता के नशे मे चूर सरकार को किसान आन्दोलन की हकीकत तथा जनाक्रोश का एहसास नहीं है देश की भाजपा सरकार ने अगर इन तीन काले कानूनों को वापस नहीं लिया तो उसे इसकी कीमत अपनी सत्ता गवां कर चुकानी पड़ेगी क्योंकि यह आन्दोलन अब किसान की आन-बान, शान और उसकी हकीकत की जरूरत का आन्दोलन बन चुका है जिसमें सैकड़ों किसान भाजपा सरकार की हठ धर्मिता के चलते शहीद हो चुके है।
ब्लाक कांग्रेस कमेटी द्वारा आयोजित किसान चौपाल में मुख्यरूप से गौरी यादव, नेकचन्द्र त्रिपाठी, सन्तोष रावत, दुर्गेश दीक्षित, संजीव मिश्रा, विजय पाल गौतम, धनंजय सिंह, बेचन लाल दीक्षित, सन्तराम यादव, के0सी0 वाजपेयी, पंकज वर्मा, हरि ओम वर्मा, बदरूद््दीन, मुरली रावत, रामलखन रावत, मो0 वैश, इन्दल रावत, भगौती रावत, मौली लाल चौहान, विजय बहादुर मिश्रा, राजू पाण्डेय, शिव कुमार सहित सैकड़ों की संख्या में किसान मौजूद रहे।
रिपोर्ट–सरदार परमजीत सिंह