
बाराबंकी। देश व समाज को मानवतावादी संदेश देने वाले महान समाज सुधारक परम गुरु संत शिरोमणि रविदास जी की जयंती बड़े ही हर्षोल्लास के साथ पंचशील बुद्ध विहार लखपेड़ाबाग, ग्राम पिपरौली, ग्राम सरसोंदी में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ धूमधाम से मनाई गई।
जयंती समारोह के मुख्य अतिथि आर पी गौतम एडवोकेट जिला संयोजक डॉ अंबेडकर राष्ट्रीय अधिवक्ता मंच बाराबंकी एवं पूर्व संगठन प्रभारी अयोध्या मंडल बसपा ने कहा कि संत रविदास जी ने देश व समाज को मन चंगा तो कठौती में गंगा का संदेश देकर समाज में व्याप्त जात-पात ऊंच-नीच आडंबर के प्रबल विरोधी थे। संत जी की अमर वाणी को अपनाकर जीवन को धन्य बनाने का संकल्प लेना है। संत जी प्रभु भक्ति के बल पर ज्ञान हासिल करके एक प्रबल समाज सुधारक के तौर पर आजीवन कड़ा संघर्ष करके समाज सुधार की कोशिश में लगे रहे, जाति भेदभाव पर प्रहार करके कहते थे कि मानव जाति एक है सभी को समान प्रेम करना चाहिए, संत जी की अमर वाणी से प्रभावित होकर मीराबाई एवं अन्य तमाम लोग उनके शिष्य बने थे। आज संत रविदास जी के विचारों को आत्मसात करके परिवार, समाज, देश को भेदभाव रहित बनाकर समतामूलक समाज की स्थापना करना है।

ग्राम सरसोंदी में मुख्य अतिथि बहुजन समाज पार्टी के जिला महासचिव इक्ष्वाकु मौर्य ने कहा कि संत रविदास जी सहित समाज के अनेकों महापुरुषों एवं गुरुओं ने समाज में गैर बराबरी की व्यवस्था को समाप्त करने के लिए आजीवन संघर्ष किया। संतो गुरुओं के संघर्षों के कारण विविधता में एकता दिखाई देती है जो देश और समाज की खुशहाली का एक उदाहरण है। संत जी के बताए हुए रास्ते पर चलकर आडंबर और अंधविश्वासों से दूर होकर अपने परिवार और समाज को खुशहाल बनाने में योगदान दें।
जयंती समारोह में प्रमुख रूप से आर पी गौतम एडवोकेट, इक्ष्वाक मौर्य, विजय कुमार गौतम पूर्व उपाध्यक्ष वन निगम, सुरेश चंद गौतम एडवोकेट, विक्रम गौतम, सरजू प्रसाद गौतम, अयोध्या प्रसाद, महेश प्रसाद, लल्लू राम , इंद्रजीत गौतम, डॉक्टर प्रमोद कुमार गौतम, आरडी राव, कमलेश कुमार गौतम,राम सिंह गौतम, हरिनंदन सिंह गौतम, तुलसी प्रसाद गौतम, रामसनेही वर्मा, लव कुश कनौजिया, मन्ना वर्मा, प्रेम शंकर गौतम आदि लोगों ने संत रविदास जी बताए हुए मार्ग पर चलने का संकल्प लेकर अपने विचार व्यक्त किए।
रिपोर्ट–सरदार परमजीत सिंह