अयोध्या। भगवान श्री राम की नगरी अयोध्या को सजाने-संवारने और आकर्षक बनाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में अब नगर के सात स्थानों पर भगवान श्री राम की बाल्यकाल से लेकर राज्यारोहण तक की प्रतिमा लगाने के साथ ही उनके परमभक्त हनुमान जी की भी प्रतिमाएं स्थापित करने का निर्णय किया गया है।
यह योजना अयोध्या विकास प्राधिकरण ने बनाई है। यह कार्य भगवान राम की सरयू तट पर कोदंड राम यानी धनुर्धारी राम की 251 मीटर ऊंची प्रतिमा लगाने की योजना पर तो कार्य चल ही रहा है, साथ ही नगर के सात और स्थानों पर भगवान श्री राम, उनके तीनों भाइयों और माता सीता की प्रतिमा स्थापित करने का निर्णय किया गया है। विशेषता यह है कि सभी मूर्तियां कांसे की होंगी, जिसकी क्षरण शताब्दियों तक नहीं होगा।
सरयू तट पर स्थित राम की पैड़ी पर 12 फुट ऊंचाई की भक्त हनुमान और बालरूप भगवान श्री राम की प्रतिमा लगाई जाएगी। अयोध्या बाईपास पर स्थित रेलवे पुल के निकट 12 फुट ऊंची धनुषधारी भगवान राम की प्रतिमा, नया घाट के पास राम, लक्ष्मण और माता सीता की वनगमन को दर्शाती आठ-आठ फुट ऊंची प्रतिमा, अयोध्या के पश्चिम छावनी क्षेत्र में सरयू तट पर ही स्थित गुप्तारघाट पर भगवान राम, भरत और शत्रुघ्न की आठ-आठ फुट ऊंची मूर्ति, राम घाट पर 12 फुट ऊंची राजा राम की प्रतिमा लगाने की योजना है। इसके लिए विकास प्राधिकरण ने एक करोड़ 67 लाख का प्रस्ताव शासन के पास भेजा है।
अयोध्या से राम प्रकाश त्रिपाठी की रिपोर्ट ।