रिपोर्ट – आदित्य कुमार
लॉक डाउन में फंसे मजदूरों रेलवे के द्वारा किराया वसूलने की बात अब भारत में बड़ा सियासी मुद्दा बन गई है।
विपक्ष की नेता सोनिया गांधी ने जहां यह कह दिया कि कांग्रेस पार्टी मजदूरों का पूरा रेल खर्च वहन करेगी वहीं कई राज्य सरकारों ने यह कहा है कि उनके द्वारा मजदूरों का पूरा खर्च वहन किया जाएगा।
वहीं इस मामले में रेल मंत्रालय की संवेदनहीनता और लापरवाही खुलकर उजागर हुई है एक तरफ तो रेल मंत्रालय दबी जुबान में यह संदेश देने की कोशिश कर रहा है कि मजदूरों का किराया नहीं लिया जा रहा दूसरी तरफ रेल मंत्रालय का एक पत्र वायरल हो गया है जिसमें यह स्पष्ट किया गया है कि राज्य सरकार मजदूरों से किराया वसूल करेगी।
यह पत्र इस बात को साफ कर रहा है कि रेल मंत्रालय कि मजदूरों को निशुल्क रेल यात्रा कराने की कोई योजना नहीं थी लेकिन सियासी घमासान के बाद केंद्र के बचाव में रेलवे घुमा फिरा कर बात कर रहा है।
रेलवे के इस पत्र को आधार बनाकर विपक्षी दलों के कई नेताओं ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है।