हे राम! राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती कार्यक्रम के लिए नहीं मिल पा रही जगह,अनिश्चितकालीन सत्याग्रह पर बैठे पंडित राजनाथ शर्मा! The Indian opinion


बाराबंकी। गांधी जयन्ती समारोह ट्रस्ट द्वारा आयोजित अनिश्चित कालीन जन सत्याग्रह के समर्थन में कई अधिवक्ता, समाजसेवी, राजनेता, जनप्रतिनिधि एवं प्रबुद्ध वर्ग के लोगों ने बढ-चढकर हिस्सा लिया।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सोमवार को प्रातः 10 बजे जन सत्याग्रह के संयोजक राजनाथ शर्मा ने गांधी भवन में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्र्यापण करने के उपरान्त नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष एवं अधिशाषी अधिकारी की कार्यशैली के विरूद्ध सत्याग्रह शुरू किया। इस दौरान राजनाथ शर्मा ने सोशल मीडिया के माध्यम से जनपद आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पांच सूत्रीय मांगो पर विचार करने का आग्रह किया।

जन सत्ताग्रह करते हुए गांधीवादी चिंतक पंडित राज नाथ शर्मा

श्री शर्मा ने बताया कि

“राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयन्ती पर राज्य का सबसे बड़ा आयोजन जनपद बाराबंकी में होता है। विगत सन् 1978 से निरंतर गांधी जयन्ती समारोह नगर पालिका परिषद के मैदान में आयोजित होता रहा है। जिसके अन्र्तगत छूआ-छूत मिटाओं अभियान के तहत समरसता सहभोज, गांधी जीवन दर्शन, मद्य निषेध, कौमी एकता एवं स्वदेशी स्वावलम्बन पर परिचर्चा आयोजित होती है। इसी कड़ी में सामाजिक सहभागिता सम्मान के अन्र्तगत देश की कुछ महान विभूतियों को अवार्ड से विभूषित करते है। इसके अलावा साम्प्रदायिक सौहार्द और मिश्रित संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए अखिल भारतीय कवि सम्मेलन एवं मुशायरा आयोजित होता है। जो समस्त कार्यक्रम नगर पालिका में प्रति वर्ष सुचारू रूप से सम्पन्न होते रहे है। उक्त समस्त कार्यक्रम शासन और प्रशासन की कार्यवृत्ति में समाहित है।

श्री शर्मा ने कहा कि विगत वर्ष 2014 में भाजपा के तत्कालीन नगर पालिका अध्यक्ष ने नवरात्रि पर आयोजित दुर्गापूजा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम हेतु नगर पालिका परिषद का मैदान आरक्षित करके विवाद को खड़ा किया। इस वर्ष 2019 में नगर पालिका के मैदान और हाल को आरक्षित करने का आवेदन गांधी जयन्ती समारोह ट्रस्ट द्वारा दिनांक 21.01.2019 को किया गया। लेकिन इस बार भी नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष और अधिशाषी अधिकारी ने दुर्गापूजा के आयोजन का हवाला देते हुए गांधी जयन्ती के कार्यक्रम हेतु नगर पालिका का मैदान और सभागार देने से मना कर दिया। जबकि 02 अक्टूबर को नगर पालिका में दुर्गापूजा से संबधित कोई भी कार्य होना सुनिश्चित नहीं है। ऐसे में नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष एवं अधिशाषी अधिकारी द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयन्ती पर आयोजित होने वाले समारोह हेतु नगर पालिका का मैदान और हाल आरक्षित न करना निंदनीय कृत्य है।

श्री शर्मा ने सत्याग्रह के माध्यम से मुख्यमंत्री से मांग की है कि राष्ट्रीय पर्वों के अलावा किसी भी अन्य सार्वजनिक, धार्मिक एवं निजी समारोह हेतु सरकारी, अर्द्ध सरकारी एवं स्वायत्त शासकीय भवनों/सभागारों एवं प्रांगण को आरक्षित न किया जाए। महात्मा गाँधी की 150वीं जयंती पर आयोजित होने वाले समारोह हेतु नगर पालिका परिषद का मैदान तुरंत आरक्षित किया जाए। महात्मा गाँधी को अपमानित करने वाले नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी को अविलम्ब निलंबित किया जाए। उरई जिले में अराजक तत्वों द्वारा खंडित की गई महात्मा गाँधी की प्रतिमा को हटाकर राज्य सरकार नई प्रतिमा स्थापित करे। राज्य सरकार सूबे में महात्मा गाँधी की प्रतिमाओं की सुरक्षित रखने के लिए उचित दिशा निर्देश जारी करे।

जन सत्याग्रह के समर्थन में प्रमुख रूप से पूर्व सांसद कमला प्रसाद रावत, मोहम्मद उमेर अहमद किदवई, विनय कुमार सिंह, कांग्रेस महासचिव फवाद किदवई, बृजेश दीक्षि, समाजसेवी अशोक शुक्ला, हाजी वासिक रफीक वारसी, मृत्युंजय शर्मा, पाटेश्वरी प्रसाद, अरूण कुमार गुप्ता ‘आज़ाद’, वरिष्ठ अधिवक्ता सुरेन्द्र प्रताप सिंह, हुमायूं नईम खान, सरदार राजा सिंह, अनवर महबूब किदवई, रवि प्रताप सिंह, मो0 अब्दुल रहमान लल्लू, ज्ञान शंकर तिवारी, फहीम सिद्दीकी, मनीष यादव, रंजय शर्मा, आसिफ हुसैन, वीरेन्द्र प्रधान, अशोक जायसवाल, उदय प्रताप सिंह, विनोद भारती, नीरज दूबे, सत्यवान वर्मा, समीर सिंह, अशोक शुक्ला, मनीष सिंह, शिवा शर्मा, वीरेन्द्र सिंह, पी.के सिंह सहित कई लोग मौजूद रहे

रिपोर्ट -आदित्य कुमार