आज उत्तर प्रदेश में सीसीटीवी कैमरों और पर्यवेक्षकों की कड़ी निगरानी के बीच सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा 2018 जारी है। बता दें कि यह परीक्षा पूरे देश में शिक्षक भर्ती के लिए मिसाल बनने जा रही है क्योंकि यह पहला मौका है जबकि प्राथमिक स्कूलों में शिक्षक पद पर नियुक्ति के लिए अभ्यर्थियों को इतनी कठिन प्रक्रिया से गुजरना पड़ रहा है।
प्रशासन खुद इस परीक्षा की गहनता से निगरानी कर रहा है। सघन तलाशी के बाद ही परीक्षार्थियों को केन्द्र में प्रवेश दिया जा रहा है। पेपर आऊट की आशंका को देखते हुए सर्विलांस टीम को लगाया है।
बता दें कि शिक्षकों की भर्ती में पारदर्शिता लाने के लिए राज्य सरकार राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) के मानक से भी एक कदम आगे चली गई है। एनसीटीई ने 23 अगस्त 2010 को अधिसूचना जारी कर प्रशिक्षण (बीटीसी, बीएड आदि प्रशिक्षण) के साथ शिक्षक पात्रता परीक्षा को अनिवार्य कर दिया था। इसके बाद यूपी में 27 जुलाई 2011 को नि:शुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू हुआ और 7 सितंबर 2011 को टीईटी की अधिसूचना जारी हुई थी।