नितिन गडकरी ने कहा, ‘इस समय नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) की आर्थिक स्थिति बहुत मजबूत है। मैं सदन में ऑन-रिकॉर्ड यह बात कह रहा हूं कि मैं हर साल 5 लाख करोड़ रुपए की सड़क बना सकता हूं।
उन्होंने कहा, ‘NHAI को AAA रेटिंग मिली हुई है। हाल ही में दो बैंकों के चेयरमैन मेरे पास आए और उन दोनों ने मुझे 25-25 हजार करोड़ रुपए लोन देने का प्रस्ताव रखा। मुझे सिर्फ 6.45% की ब्याज दर पर यह पैसा मिला है। मंत्री के अनुसार, एक बार परियोजनाएं पूरी हो जाने के बाद, लोग केवल दो घंटे में दिल्ली से विभिन्न स्थानों की यात्रा कर सकते हैं. लोग दिल्ली से चार घंटे में अमृतसर, छह घंटे में दिल्ली से कटरा, 12 घंटे में दिल्ली से मुंबई और दो घंटे में दिल्ली से बेंगलुरु की यात्रा भी कर सकते हैं।
गडकरी ने दावा किया था कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, भारत का सड़क ढांचा 2024 के आम चुनावों से पहले अमेरिका के समान होगा। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार के पास फंड की कोई कमी नहीं है। गडकरी ने इससे पहले 2015 में हरित राजमार्ग नीति की शुरुआत करते हुए कहा था कि इससे देश को प्रदूषण मुक्त (Pollution Free) बनाने में मदद मिलेगी।
गडकरी ने कहा कि फिलहाल टोल कलेक्ट करने के लिए हमारे पास एक सिस्टम मौजूद है, लेकिन हम दो विकल्पों पर काम कर रहे हैं। पहला है सैटलाइट आधारित टोल-सिस्टम जिसमें कार में GPS लगा होगा और उसमें से खुद ही टोल कट जाएगा। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया भारत सरकार की एक स्वायत्त संस्था है। इसे 1955 में स्थापित किया गया था। यह देश के 1,32,499 किमी लंबे नेशनल हाईवे में से 50 हजार किमी के नेटवर्क के मैनेजमेंट का काम देखती है। गडकरी ने कहा कि सरकार की एक बड़ी परियोजना है, 594 किलोमीटर लंबे गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway)निर्माण की। जिसे पिछले महीने पर्यावरण मंजूरी मिली थी।
ब्यूरो रिपोर्ट ‘द इंडियन ओपिनियन’