हर दिन करोड़ों की संख्या में यात्री ट्रेन से ट्रैवल करके अपने स्थान तक पहुंचते हैं, यात्रियों की बड़ी संख्या को देखते हुए रेलवे उनकी सुविधा का हमेशा ध्यान रखता है और यात्रियों को एक बड़ा तोहफा देने का वादा किया है। रेलवे बोर्ड 15 अगस्त से पहले नई ‘वंदे भारत’ ट्रेन का ट्रायल शुरू कर देगा। इसके पश्चात नवंबर महीने में रेल यात्री इस ट्रेन में सफर का लुफ्त उठा सकेंगे। वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2019 में वाराणसी से नई दिल्ली के बीच की थी।
ये नई ट्रेनें पुराने मॉडलों की तुलना में बेहतर एडवांस वर्जन होंगी, जिनका प्रोडक्शन 15 अगस्त, 2023 से पहले किया जाना है। ट्रायल के दौरान ट्रेन की रफ्तार 100 से 180 किलोमीटर प्रतिघंटा रहेगी। तीसरी नई ‘वंदे भारत’ ट्रेन को दक्षिण भारत में चलाया जाएगा। बताया जा रहा है कि रेल डिब्बा कारखाना इंटीग्रल कोच फैक्टरी (आईसीएफ) को ‘वंदे भारत’ के 75 रैक बनाने का लक्ष्य दिया गया है। आईसीएफ ने कहा कि वंदे भारत ट्रेन भारतीय रेलवे के इतिहास में एक बड़ा मील का पत्थर है और यह यात्री ट्रेन सेवाओं के आधुनिकीकरण का एक सर्वोत्तम बेंचमार्क है.
इसमें यात्रियों की सहूलियत का विशेष ध्यान रखा जाएगा क्योंकि वंदे भारत एक्सप्रेस में करीब 8 घंटे यात्री बैठकर सफर करते हैं। इसलिए यात्रियों के बैठने की सहूलियत का विशेष ध्यान रखा गया है ट्रेन की रिक्लाइनिंग सीट को पुशबैक से लैस किया गया है। इसके अलावा पावर फेल होने के बाद ट्रेन भले ही रुक जाए, लेकिन डिब्बे में लाइट जलती रहेगी। इसके साथ ही यात्री के स्मोकिंग करते ही अलार्म बज उठेगा।
ब्यूरो रिपोर्ट ‘द इंडियन ओपिनियन’