उत्तर प्रदेश सरकार के अपर मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव गृह का भी दायित्व संभाल रहे वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अवनीश अवस्थी ने आज शनिवार की सुस्ती में रहने वाले अधिकारियों को चौंका दिया।
भारत सरकार की मंशा के अनुसार प्रदेश के प्रमुख शहरों को स्मार्ट सिटी के साथ-साथ सेफ सिटी बनाने के उद्देश्य से प्रमुख सचिव गृह ने खुद कमान संभाली और अचानक वह वूमेन पावर लाइन 1090 के कार्यालय पहुंच गए।
उन्होंने महिला सुरक्षा से संबंधित सीनियर आईपीएस एडीजी अंजू गुप्ता को भी मौके पर बुलाया और महिलाओं को हर प्रकार से सुरक्षित वातावरण देने के लिए पुलिस की कार्यशैली की समीक्षा की।
प्रमुख सचिव गृह ने यह भी निर्देश दिए कि महिलाओं को फोन कॉल से परेशान करने वालों को सख्ती से सबक सिखाया जाए। बेटियों और महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े सभी पहलुओं पर एडीजी अंजू गुप्ता से बातचीत करके उन्होंने आवश्यक निर्देश दिए।
इस महत्वपूर्ण बैठक के बाद अवनीश अवस्थी ने पत्रकारों को बताया कि भारत सरकार की मंशा के अनुसार उत्तर प्रदेश के तमाम शहरों को स्मार्ट सिटी के साथ-साथ सेफ सिटी भी बनाने के लिए काम किया जा रहा है और इसी क्रम में राजधानी लखनऊ को महिलाओं के लिए सबसे पहले सेफ सिटी के रूप में पेश किया जा रहा है।
इसके बाद उत्तर प्रदेश के तमाम अन्य जनपदों को महिलाओं के लिए कम से कम समय में सुरक्षित शहर यानी सेफ सिटी बनाए जाने को सुनिश्चित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह महिलाओं की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर सुलझाएं कोई भी सूचना मिलने पर त्वरित कार्रवाई की जाए।
राजधानी लखनऊ के साथ-साथ आगरा बनारस प्रयागराज मेरठ नोएडा जैसे शहरों को सेफ सिटी यानी सुरक्षित शहर बनाने के लिए काम किया जा रहा है और इसी के साथ पूरे उत्तर प्रदेश को आने वाले समय में इस योजना के दायरे में लिया जाएगा।
उन्होंने यह स्पष्ट किया कि उत्तर प्रदेश सरकार महिलाओं की सुरक्षा के प्रति गंभीर है और पुलिस विभाग को इस काम के लिए सजग रहना होगा।
रिपोर्ट – देवव्रत शर्मा