
● सैफई आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति डॉ०रमाकांत यादव ने किया निरीक्षण, इमर्जेंसी-ट्रामा सेन्टर का निरीक्षण कर
सम्बन्धित अधिकारियों कर्मचारियों को दिये आवश्यक निर्देश,
इटावा। उत्तर प्रदेश जनपद इटावा के सैफई स्तिथ आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति प्रो०डॉ०रमाकान्त यादव ने विश्वविद्यालय के इमर्जेंसी ट्रामा एवं फ्लू ओपीडी का आकस्मिक निरीक्षण किया है।इसके अलावा उन्होंने कोविड-19 अस्पताल का निरीक्षण कर कोविड-19 अस्पताल की व्यवस्थाओं के सम्बंध में जानकारी हासिल कर आवश्यक दिशानिर्देश दिए है। इमर्जेसी एवं ट्रामा सेन्टर के निरीक्षण के दौरान उन्होंने इमर्जेसी सुरक्षा व्यवस्था को दुरूस्त करने के कड़े निर्देश दिए है।
इसके अलावा इमर्जेसी ट्रामा एवं कोविड-19 अस्पताल के आस-पास फैले कचरा के निस्तारण की व्यवस्था सुनिश्चित करने और उक्त स्थानों पर समय समय पर सेनिटेशन कार्य करने के सेनिटेशन प्रभारी को निर्देश दिये हैं।
प्रभारी कुलपति श्री यादव ने इमर्जेसी वार्ड के निरी़क्षण व जीवन-रक्षक औषधियों तथा जरूरी उपकरणों की उपलब्धता की जानकारी की है।
इस दौरान उन्होंने इमर्जेसी तथा न्यूरो वार्ड में भर्ती मरीजों तथा उनके परिजनों से भी बात अस्पताल से मिलने बाली सुविधाओं की जानकारी हासिल की है। बातचीत के दौरान मरीजों के तीमारदार व परिजनों ने प्रभारी कुलपति को विश्वविद्यालय से मिलने बाली सभी सुविधाओं व इमर्जेंसी तथा अन्य जरूरी सेवाओं पर सन्तोष जाहिर किया है।
निरीक्षण में प्रभारी कुलपति डॉ०श्री यादव ने एमआरआई,सीटी स्कैन तथा अल्ट्रासाउण्ड यूनिट का भी निरीक्षण कर जिम्मेदारों को आवश्यक दिशानिर्देश दिए हैं। निरीक्षण उपरान्त प्रभारी कुलपति प्रो०डॉ० रमाकान्त यादव ने पत्रकारों को बताया कि कोविड-19 की दूसरी लहर अपने चरम पर है। इस समय चिकित्सकों एवं हेल्थ केयर वर्कर्स की जिम्मोदारी और भी संजीदा हो जाती है।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय का इमर्जेसी विभाग तथा कोविड-19 अस्पताल पूरी तत्परता से मरीजों की सेवा में लगा हुआ है।विश्वविद्यालय की कोशिश है कि यहाॅ भर्ती कोविड संक्रमित तथा अन्य मरीजों को बेहतर चिकित्सकीय सेवा उपलब्ध हो।इसके लिए विश्वविद्यालय के चिकित्सक एवं हेल्थ केयर वर्कर्स दिन-रात अपनी सेवा देने में जुटे हुए हैं।
उन्होंने जन सामान्य से अपील की कि कोविड-19 महामारी के दौरान अनावश्यक रूप से अस्पताल परिसर में भ्रमण कतई न करें। यह उनके तथा उनके परिवार की सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी है। उन्हें भी संक्रामक हो सकता है। आवश्यकता पड़ने पर विश्वविद्यालय की ई-ओपीडी टेलीमेडिसिन सेवा की मदद लें।
निरीक्षण के दौरान चिकित्सा अधीक्षक डॉ०आदेश कुमार,कुलसचिव सुरेश चन्द्र शर्मा,इमर्जेंसी एवं ट्रामा सेन्टर के चिकित्सा अधिकारी आदि चिकित्सको की उपस्थित उल्लेखनीय रही।
रिपोर्ट-विजयेन्द्र तिमोरी,