एम्स के ट्रामा सेंटर में रविवार दोपहर अस्पताल के बाउंसरों और सुरक्षा गार्डों ने एक मरीज के तीमारदारों पर लाठियां भांजीं। काफी देर तक चले हंगामे और मारपीट के बाद पुलिस ने छेड़छाड़ का मामला दर्ज कर तीन सुरक्षा गार्डों को हिरासत में ले लिया। मारपीट में छह लोग घायल हुए हैं। वीडियो वायरल होने के बाद मामले का खुलासा हुआ। पुलिस के अनुसार, निजामुद्दीन निवासी सात वर्षीय बच्ची गत सोमवार को छत से नीचे गिर गई थी। उसे एम्स के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया था। पिता का आरोप है कि पिछले दो दिन से ट्रामा सेंटर के कुछ सुरक्षा गार्ड पत्नी से छेड़छाड़ कर रहे थे। रविवार दोपहर वह इस मामले में सुरक्षा गार्डों से बात करने गया तभी वे लोग उसे गालियां देने लगे। इसी दौरान दो दर्जन से ज्यादा सुरक्षा गार्ड और बाउंसर पहुंच गए और लाठी-डंडे से उसके साथ मारपीट की। उसका आरोप है कि सुरक्षा गार्ड और बाउंसरों ने दिल्ली पुलिस के सामने भी डंडे बरसाए।
वहीं, एम्स प्रबंधन का कहना है कि मरीज के 30-40 परिजन वहां आ गए थे और गार्डों से विवाद बढ़ गया तथा दोनों ओर से मारपीट शुरू हो गई। पहले दिल्ली पुलिस ने कहा कि सुरक्षागार्ड एक से ज्यादा परिजनों को वार्ड में जाने से रोक रहे थे। इसके चलते दोनों पक्षों में विवाद शुरू हुआ। मामले की जांच की जा रही है। सोमवार को इस मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी लेकिन देर रात छेड़छाड़ का मामला दर्ज कर तीन सुरक्षा गार्डों को हिरासत में लिया गया।
मामले की जांच के लिए बनेगी समिति
एम्स ट्रामा सेंटर में पहली बार तीमारदार और सुरक्षा गार्डों के बीच हुई मारपीट की घटना ने सवाल खड़े कर दिए हैं। एम्स ट्रामा सेंटर के सर्जरी विभाग के डॉ. विप्लव मिश्रा ने कहा कि सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की जा रही है और मामले की जांच के लिए समिति बनाई जाएगी।