काशिफ प्रयागराज-
सैयद मुमीनुल ओवाल असम राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष पुरी पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री अधोक्षजानंद देव तीर्थ के माघ मेला स्थित शिविर में पहुंचे मीडिया से बात मे उन्हीं ने कहा कि जिस तरह से असम के लोग अपने को असमिया कहते हैं, उसी तरह हिन्दुस्थान का रहने वाला हर नागरिक हिन्दू है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारा धर्म इस्लाम है, लेकिन हिन्दुस्तान का नागरिक होने के नाते हम अपने को बड़े गर्व से हिन्दू कहते हैं।’’नागरिक संशोधन कानून (सीएए) के बारे में पूछे जाने पर श्री ओवाल ने कहा कि यह कानून नागरिकता देने का है, नागरिकता लेने के लिए नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ बाहरी शक्तियां जो भारत में सुख, शांति और विकास नहीं चाहती हैं, वे यहां के मुस्लिमों को बहका रही हैं। देश के कुछ सियासी दल भी इसमें उनकी मदद कर रहे हैं। सीएए का विरोध कर रहे मुस्लिम पुरुष और महिलाओं से अपील करते हुए मुमीनुल ओवाल ने कहा कि हिन्दुस्तान उनका देश है, यहीं जन्मे हैं और यहीं रहेंगे। ऐसे में वे सभी अपने देश के हित में सोचें न कि दूसरों के बहकावे में आयें।
एक दूसरे सवाल के जवाब में श्री ओवाल ने कहा कि असम में जबसे सर्वानंद सोनोवाल की सरकार बनी है, तब से वहां कोई दंगा नहीं हुआ। समूचे राज्य में शांति का माहौल है और विकास कार्य बड़ी तेजी के साथ हो रहे हैं।