बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार की जमकर कटाछ किया। उन्होंने बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए कहा कि बिहार में बेरोजगारी की हालत गंभीर है।बिहार में 10 लाख से अधिक पद खाली पड़े हैं,जिन्हें नीतीश कुमार की सरकार ने नहीं भरा।कहा कि अगर उनकी सरकार बनी तो वे कैबिनेट की पहली मीटिंग में ही इन पदों को भर देंगे।
मीडिया से बातचीत में तेजस्वी यादव ने कहा कि देश में बेरोजगारी की समस्या गंभीर है।इस मुद्दे को लेकर वे पहले भी यात्रा पर निकले,लेकिन लॉकडाउन के कारण पूरी नहीं हो सकी, बेरोजगारी के मुद्दे पर आरजेडी गंभीर है। तेजस्वी ने कहा कि बिहार देश में सबसे युवा प्रदेश है।यहां करीब 60 फीसद युवा आबादी है।साथ ही बेरोजगारी के कारण सबसे ज्यादा युवाओ का पलायन भी बिहार से हो रहा है।
उन्होंने पांच अगस्त को बेरोजगारी को लेकर एक पोर्टल बनाया था।आरजेडी के इस बेरोजारी पोर्टल पर नौ लाख 47 हजार 224 लोगों ने रजिस्टर किया है।मिस कॉल नंबर पर भी 13 लाख 11 हजार 626 लोगों ने कॉल किया।इन 22 लाख 58 हजार बेरोजगारों ने अपने बायाेडाटा जमा किए हैं।आंकड़ों की बात करें तो बिहार में 46.6 फीसद बेरोजगारी है।
तेजस्वी ने कहा कि अगर उनकी सरकार बनी तो वे बेरोजगारी दूर करेंगे।पहली कैबिनेट मीटिंग में पहले दस्तखत से 10 लाख नौकरियां निकाली जाएंगी। उन्होंने आश्वस्त किया कि उनका इरादा मजबूत है,वे झूठ नहीं बोल रहे हैं, ये पक्का इरादा है। मौका मिलेगा तो बेरोजगारी दूर करने के लिए व्यापक काम करेंगे।
तेजस्वी यादव ने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य सेवा में 2.5 लाख कर्मियों की जरूरत है।50 हजार पुलिस कर्मियों के पद भी रिक्त हैं। स्थायी शिक्षकों के 2.5 लाख से अधिक पद खाली हैं तो 50 हजार प्रोफेसरों के पद भी खाली पड़े हैं। इंजीनियर के 66 फीसद,जूनियर इंजीनियर के 75 हजार पद खाली हैं।कुल मिलाकर 10 लाख पद खाली पड़े हैं, जिन्हें वे भरेंगे।नीतीश सरकार ने इन खाली पदों पर बेरोजगारों को नौकरी नही दी।इसके अलावे भी बड़ी संख्या में बेरोजगारों को काम देंगे।बहुत जल्द असंगठित क्षेत्र में लोगो को काम देने का ब्लू प्रिंट भी जारी करेंगे।
इनपुट एजेंसी