लखनऊ :ब्रेन स्ट्रोक व माइनर अटैक आने पर लोहिया अस्पताल में गया भर्ती, मुलाकात के लिए पहुंचे सीएम योगी को नहीं पहचान पाए पूर्व सीएम
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की हालत नाजुक होती जा रही है। उन्हें अब ICU में शिफ्ट कर दिया गया है। डॉक्टर्स के मुताबिक, अगले 24 घंटे उनके लिए काफी अहम है। पूर्व सीएम से मिलने के लिए योगी आदित्यनाथ के बाद अब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य भी पहुंचे। हालांकि सीएम योगी की तरह कल्याण सिंह इन दोनों नेताओं को भी नहीं पहचान पाए। इस बीच, खबर आ रही है कि कल्याण सिंह को जल्द ही PGI में शिफ्ट किया जा सकता है।
शनिवार शाम को ब्रेन स्ट्रोक और फिर माइनर हार्ट अटैक आने पर कल्याण सिंह को लखनऊ के राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में एडमिट कराया गया था। रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उनसे मिलने लोहिया संस्थान पहुंचे थे। यहां कल्याण सिंह सीएम योगी को नहीं पहचान पाए। डॉक्टर्स के मुताबिक, पूर्व सीएम के सोचने और समझने की क्षमता कमजोर हो गई है।
लोहिया हॉस्पिटल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. विक्रम ने बताया कि 27 जून को पूर्व सीएम कल्याण सिंह को पैरोटेड ग्लैंड में संक्रमण के चलते हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। इसी बीच शनिवार रात उन्हें ब्रेन स्ट्रोक आया फिर माइनर अटैक भी हुआ।
उनकी सोचने समझने की क्षमता फिलहाल कमजोर हो गई है। और वह लोगों को पहचान भी नही पा रहे है। सीएम से बातचीत के दौरान भी वह उन्हें पहचान नही सके। सीएम योगी ने उनसे हाल-चाल पूछा लेकिन वह जवाब नहीं दे पाए। कल्याण सिंह सीएम के सवालों को भी नहीं समझ पा रहे थे। फिर मुख्यमंत्री ने डाक्टरों से उनकी तबीयत के बारे में जानकारी ली।
कल्याण सिंह लंबे समय से बीमार चल रहे हैं। पिछले हफ्ते भी कल्याण सिंह को लोहिया मे भर्ती कराया गया था। तब खून की जांच में यूरिया व क्रिटिनिन बढ़ा मिला था। लोहिया संस्थान के प्रवक्ता डॉ. श्रीकेश सिंह ने बताया कि क्रिएटिनिन लेवल में बढ़ोत्तरी हुई है, फिलहाल उनकी तबीयत स्थिर है।
कल्याण सिंह पहली बार कल्याण सिंह जून 1991 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे। भाजपा के तेज तर्रार नेताओं में शामिल रहे कल्याण सिंह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर बाबरी मस्जिद विध्वंस को लेकर खासे चर्चा में रहे। बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद उन्होंने इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए 6 दिसंबर 1992 को मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया था। इसके बाद कल्याण सिंह सितंबर 1997 से नवंबर 1999 तक फिर से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। बाबरी विध्वंस मामले में वह सीबीआई की जांच का सामना कर चुके हैं। हालांकि बाद में सीबीआई की विशेष अदालत ने उन्हें आरोपों से मुक्त कर दिया था।
कल्याण सिंह यूपी के मुख्यमंत्री के साथ ही राजस्थान और हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल भी रह चुके हैं। वे 4 सितंबर 2014 से 8 सितंबर 2019 तक राजस्थान के राज्यपाल थे। इसके बाद जनवरी 2015 में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया था। उन्होंने 12 अगस्त 2015 तक हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल का पदभार संभाला था।
रिपोर्ट – आर डी अवस्थी