
कौशांबी : यूपी के कौशांबी में संक्रमण अब गांवों की तरफ रुख कर गया है। जिसके चलते तमाम ग्रामीण भी संक्रमित होने लगे हैं। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के सरकारी अस्पतालों के खुलने का कोई निश्चित समय नहीं है। ग्रामीणों का इलाज भगवान भरोसे ही हो रहा है। ऐसे में जिले के मूरतगंज ब्लॉक के अमनी लोकीपुर गांव को सेना की रेड ईगल-3 डिवीजन की टीम ने गोद ले लिया है। अब इस गांव में जिले के स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक सेना के अफसरों के दिशा निर्देश में इलाज कर रहे हैं।

सेना के अधिकारी गांव के प्राथमिक विद्यालय में ही कैंप लगाकर रहते हैं। इसके अलावा ग्रामीणों को कोरोना संक्रमण के खतरे के बारे में आगाह कर रहे हैं। साथ ही वैक्सीन लगवाने एवं सैंपलिंग के लिए लोगों को जागरूक भी करते हैं। सेना के गांव को गोद लेने की जानकारी होते ही आसपास के तमाम ग्रामीण इलाज, वैक्सीन लगवाने एवं अन्य स्वास्थ्य सेवाओं के लिए आने लगे हैं।
मंझनपुर मुख्यालय से महज 22 किमी. दूर मूरतगंज ब्लॉक के अमनी लोकीपुर निवासी सर्वेश त्रिपाठी फौज में कैप्टन हैं। वह अवकाश लेकर अपने घर आए। कुछ दिन बाद बेटी, बेटा, भतीजी के अलावा परिवार के अन्य सदस्य बीमार हो गए। बेटा एवं बेटी को प्रयागराज के मिलिट्री अस्पताल में ले जाकर जांच कराया तो उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव मिली। सभी लोग ठीक होकर घर वापस आए। लेकिन गांव के भी हालत ठीक नहीं थे। उन्होंने पीएचसी के अधीक्षक डॉ. गुलाम अली से मुलाकात की। गांव को सेना की रेड ईगल-3 डिवीजन की टीम द्वारा गोद लेने की बात कही।

इसके अलावा सेना के हिसाब से ग्रामीणों की जांच कराने की बात कही। इसकी जानकारी सेना के अफसरों को दी। रेड ईगल टीम ने समस्या को गंभीरता से लिया। इसके बाद सेना की मेडिकल टीम गांव पहुंची। सेना के चिकित्सकों की देखरेख में ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण उन्हें कोरोना के प्रति जागरूक किया जाने लगा। इसके इलावा वैक्सीन लगवाने की भी सलाह दी जाने लगी। सूबेदार सुधीर कुमार ने बताया कि आर्मी की तरफ से इस गांव को गोद लिया है। कोविड के दौरान ग्रामीणों को सुख सुविधा प्रदान की जा रही है। 18 वर्ष से अधिक उम्र के युवाओं को वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन इसके अलावा 45 वर्ष से अधिक उम्र वाले लोगों को वैक्सीन लगवाने आज की सलाह दी जाती है। जिले के स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ सेना के जवान मिलकर ग्रामीणों की छोटी सी छोटी बीमारियों का इलाज करवा रहे हैं। पीएचसी के अधीक्षक डॉ. गुलाम अली ने बताया कि दो से तीन दिन के भीतर 91 लोगों की सैंपलिंग करवाई है। अब तक दो सौ लोगों का टीकाकरण भी किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि रेड ईगल डिवीजन ने गांव को गोद लिया है। उनकी भी टीम हम लोगों के साथ ग्रामीणों के इलाज में सहयोग करती है।
रिपोर्ट – मनीष वर्मा, प्रयागराज