
राष्ट्रीय अन्नदाता यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामनिवास यादव ने कहा कि हम पहले ही सरकार से लगातार मांग कर रहे थे कि इस कथित किसान आंदोलन की गोपनीय जांच कराई जाए राष्ट्र विरोधी तत्वों के इशारों पर देश को नुकसान पहुंचाने के लिए यह आंदोलन करवाया जा रहा है जबकि बहुत से विशेषज्ञ यह कह चुके हैं कि तीनों नए कृषि कानूनों से किसानों को बहुत फायदा होने वाला है और इसके बावजूद देश के किसानों को नुकसान पहुंचाने के लिए और देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने के लिए इन कानूनों को वापस लेने का दबाव बनाया गया।

लखनऊ में अपने कार्यकर्ताओं से बात करते हुए अन्नदाता यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामनिवास यादव ने कहा कि देश के कई विशेषज्ञ बार-बार यह कह रहे हैं कि तीनों कृषि कानूनों को लागू होना चाहिए जिससे किसानों की आय बढ़ सके उन्हें अपना उत्पाद अपने मनचाहे मूल्य पर किसी भी छोटे बड़े व्यापारी को कहीं भी बेचने की आजादी मिल सके किसानों को मंडी शुल्क से आजादी मिल सके और वह खुद अपने उत्पादों के व्यापारी बन सके लेकिन राष्ट्र विरोधी ताकते देश के किसानों का भला नहीं चाहती देश का आर्थिक विकास नहीं चाहती इसीलिए किसानों को गुमराह किया गया है।

वही कथित किसान नेता राकेश टिकैत ने अपने निजी लाभ के लिए देश के साथ बहुत बड़ा धोखा किया है राकेश टिकैत चाहते हैं कि किसान मंडियों में सक्रिय बिचौलियों और दलालों के जाल में फंसे रहे जो उनकी फसलों का ज्यादातर मुनाफा खा जाते हैं और किसानों को न्यूनतम कीमत मिलती है इसलिए अन्नदाता यूनियन ने सरकार से मांग की है कि इस पूरे आंदोलन की जांच करा कर आंदोलन में मिलने वाली विदेशी फंडिंग और आतंकी संगठनों के सहयोग का खुलासा करें और दोषियों को जेल भेजें। रामनिवास यादव इस मुद्दे पर भारत सरकार को कई पत्र भी भेज चुके हैं।
लखनऊ
द इंडियन ओपिनियन