जौनपुर से बाबू सिंह कुशवाहा तो डुमरियागंज से कुशल तिवारी,दो बड़े नेता कई सीटों पर बिगाड़ेंगे बीजेपी का समीकरण!

द इंडियन ओपिनियन
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने दूसरे दलों में रहे दिग्गज नेताओं को चर्चित सीटों से टिकट देकर सोशल इंजीनियरिंग और सियासी समझदारी का बड़ा संदेश दिया है और साथ ही साथ भाजपा के लिए मुश्किलें भी खड़ी कर दी हैं।

बहुजन समाज पार्टी के दिग्गज नेताओं में शामिल रहे पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा अपनी जन अधिकार पार्टी से इस बार कई लोकसभा सीटों पर प्रत्याशी खड़े करने की तैयारी में जुटे थे लेकिन अखिलेश यादव से उनकी डील पक्की हो गई और विपक्षी वोटो को एकजुट करने की प्लानिंग के साथ वह समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के रूप में अब जौनपुर से चुनाव लड़ेंगे ।

अखिलेश यादव ने उनके जौनपुर से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है बाबू सिंह कुशवाहा सियासत के पुराने खिलाड़ी हैं साथ ही साथ शाक्य सैनी मौर्य कुशवाहा समाज के प्रभावशाली नेता माने जाते हैं सभी वर्गों में उनके समर्थक है । बाबू सिंह कुशवाहा का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी के झूठे वादों की वजह से दलित और पिछड़े वर्ग के लोग तो परेशान हैं ही सर्व समाज के लोग भी भाजपा के राज्य में महंगाई और बेरोजगारी जैसी समस्याओं से बेहाल है जौनपुर की जागरूक जनता इस बार परिवर्तन का संदेश देगी और इंडिया गठबंधन देश में आने वाली सरकार बनाएगी।

वही डुमरियागंज सीट जहां पर ब्राह्मणों की अच्छी आबादी है वहां से समाजवादी पार्टी ने ब्राह्मण समाज के दिग्गज नेता रहे स्वर्गीय हरिशंकर तिवारी के बेटे भीष्म शंकर कुशल तिवारी को लोकसभा का प्रत्याशी घोषित किया है । कुशल तिवारी इसके पहले बहुजन समाज पार्टी से सांसद रह चुके हैं । कुशल तिवारी का भी ब्राह्मणों के साथ-साथ सभी वर्गों में अच्छा प्रभाव बताया जाता है वह दो बार लोकसभा के सदस्य रह चुके हैं।

अखिलेश यादव का धन्यवाद देते हुए कुशल तिवारी कहते हैं कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार के उत्पीड़न बेलगाम महंगाई और बेरोजगारी से सभी वर्गों के लोग परेशान हैं इस लोकसभा चुनाव में सर्व समाज के लोग एकजुट होकर भाजपा का घमंड तोड़ने का काम करेंगे।

समाजवादी पार्टी ने जो सूची जारी की है उसमें ज्यादातर प्रत्याशी चर्चित है और जनता के बीच प्रभावशाली हैं। अखिलेश यादव बेहद सावधानी से 2024 के महासमर में आगे बढ़ रहे हैं और चुनाव काफी रोचक होता जा रहा है । बाबू सिंह कुशवाहा जैसे सियासी दिग्गज को अपना प्रत्याशी बनाकर अखिलेश यादव ने एक बड़ा संदेश देने का काम किया है जिसका फायदा उन्हें कई सीटों पर मिल सकता है ।

वही ब्राह्मण समाज के बड़े नेता पूर्व मंत्री स्वर्गीय हरिशंकर तिवारी के बेटे पूर्व सांसद भीष्म शंकर कुशल तिवारी को टिकट देकर अखिलेश ने ब्राह्मण समाज को भी एक संदेश देने का काम किया है जो भाजपा का समर्थक माना जाता है । उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में ब्राह्मणों का उत्पीड़न कई बार मुद्दा बन चुका है और इसीलिए अखिलेश यादव ने चर्चित ब्राह्मण नेता के परिवार को टिकट देकर ब्राह्मण समाज को या आभास दिलाने का प्रयास किया है कि समाजवादी पार्टी सर्व समाज के साथ है ब्राह्मणों के भी साथ है।

 

द इंडियन ओपिनियन के लिए
दीपक मिश्रा की रिपोर्ट

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *