
पंजाब :पंजाब कांग्रेस में मची कलह शांत हो सकती है। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव और कांग्रेस के पंजाब प्रभारी हरीश रावत से मिलने के बाद सुर बदल गए हैं। रावत से मुलाकात के बाद कैप्टन ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा लिया गया कोई भी फैसला सभी को मान्य होगा।
अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू में मतभेद की वजह से पंजाब कांग्रेस में बढ़े तनाव के बीच रावत चंडीगढ़ गए हैं। ऐसी अटकलें हैं कि क्रिकेटर से राजनेता बने सिद्धू को पंजाब में कांग्रेस इकाई का प्रमुख बनाया जा सकता है। सीएम अमरिंदर से मुलाकात के बाद प्रभारी हरीश रावत ने भी कहा है कि अमरिंदर सिंह आलाकमान का हर फैसला मानेंगे। दूसरी तरफ नवजोत सिंह सिद्धू ने प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ से मुलाकात की है।

हरीश रावत हेलीकॉप्टर से दोपहर 12 बजे चंडीगढ़ पहुंचे और वहां से सीधे मुख्यमंत्री के मोहाली स्थित फार्म हाउस गए। इससे एक दिन पहले अमरिंदर सिंह ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से नवजोत सिंह सिद्धू को महत्वपूर्ण पद देने को लेकर आपत्ति जताते हुए पत्र लिखा था। रावत की यह यात्रा अमरिंदर सिंह को मनाने की कोशिश के तौर पर देखी जा रही है।
माना जा रहा है कि अमरिंदर सिंह ने कहा कि सिद्धू (जाट सिख) को राज्य में पार्टी का प्रमुख बनाए जाने से हिंदू समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाले पार्टी के वरिष्ठ नेता खफा हो सकते हैं और इससे 2022 के विधान सभा चुनाव में पार्टी की संभावनाओं का नुकसान पहुंच सकता है।
वहीं हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने कांग्रेस की अदरूनी लड़ाई को लोगों के इंटरटेनमेंट का साधन बताया है। अनिल विज ने कहा है, देश में कांग्रेस की जहां भी अंदरूनी लड़ाई है लोग उसका आनंद उठा रहे हैं। राहुल के डरने वाले बयान पर कहा कि सबसे पहले राहुल गांधी को छोड़कर भाग जाना है। RSS में देश प्रेम की भावना बचपन से डाली जाती है। RSS कोई पॉलिटिकल पार्टी नहीं है। RSS राष्ट्रभक्त संस्था है और देश के लिये काम करती है।
रिपोर्ट – आर डी अवस्थी