
मथुरा – मथुरा के महेश दयानंद सरस्वती जिला को मिली कुछ समय पूर्व 45 लाख रुपए की हाईजैक एंबुलेंस बनी कबाड़, इसका नहीं मिल रहा आम जनमानस को लाभ। पूछने पर बताया गया कि डॉक्टरों एवं कर्मचारियों की कमी के कारण यह एंबुलेंस बंद पड़ी है।
आपको बता दें कि स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर केंद्र सरकार एवं प्रदेश सरकार के द्वारा करोड़ों रुपए खर्च किए जाते हैं, लेकिन इन स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ आम जनमानस को नहीं मिल पा रहा है।

स्वास्थ्य विभाग द्वारा सरकार को कैसे पलीता लगाया जाता है यह बात यहां पर स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है।
आपको बता दें कि हम बात कर रहे हैं मथुरा के महेश दयानंद सरस्वती जिला अस्पताल की। यहां पर केंद्र सरकार द्वारा आम जनमानस की सुविधा के लिए एक हाईजैक दी गई थी।
इस एंबुलेंस को चलता फिरता अस्पताल भी कहा जाता है। इस एंबुलेंस में मरीज से संबंधित सभी सुविधाएं हैं, इस एंबुलेंस की कीमत करीब ₹47लाख बताई जा रही है। लेकिन यहां पर यह एंबुलेंस कबाड़ बनी हुई है।
जब इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रचना गुप्ता से जानकारी ली गई। तब उन्होंने पल्ला झाड़ते हुए बताया कि यह कर्मचारी की कमी के चलते यह एंबुलेंस इस्तेमाल नहीं की जा रही है|
रिपोर्ट – आर डी अवस्थी