
बाराबंकी। स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा पैकेट तैयार कर आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत लाभार्थियों को दिए जाने वाला राशन अब सीधे कोटे की दुकानों से ही मिलेगा। अप्रैल, मई और जून माह का राशन एक साथ देने की तैयारी की गई है। शासन स्तर से हुए इस बदलाव से कहीं न कहीं कोटेदारों की मुश्किलें भी बढ़ेंगी। वितरण की तारीख जल्द ही निर्धारित करने की बात कही जा रही है।
अभी तक समूह की महिलाएं कोटे से राशन लाकर उसके पैकेट तैयार कर आंगनबाड़ी केंद्रों पर जाकर कार्यकर्ताओं के समक्ष पंजीकृत लाभार्थियों को वितरण करती थीं। लेकिन इस बार व्यवस्था में बदलाव करते हुए अप्रैल, मई और जून माह का राशन लाभार्थियों को सीधे कोटे से देने की तैयारी की गई है।
हालांकि वितरण की तारीख अभी निर्धारित नहीं हुई है। कोटे की दुकानों पर वितरण के समय आंगनबाड़ी कार्यकत्री मौजूद रहेंगी और रजिस्टर पर लाभार्थी के हस्ताक्षर भी कराएंगी। बाल विकास पुष्टाहार विभाग का दावा है कि लाभार्थियों को फरवरी माह तक का राशन वितरित किया जा चुका है।
नई व्यवस्था से कोटेदारों के लिए मुसीबत बढ़ेगी, क्योंकि अभी तक वह माह में दो बार राशन कार्डधारकों को अनाज का वितरण कर रहे हैं। ऐसे में तीसरी बार का वितरण उनके लिए कठिन होगा।
जिला कार्यक्रम अधिकारी प्रकाश कुमार ने बताया कि आंगनबाड़ी के लाभार्थियों को इस बार तीन माह का राशन एक साथ दिए जाने के निर्देश मिले हैं। आंगनबाड़ी केंद्र के संबंधित गांव के कोटे से पंजीकृत लाभार्थियों को सीधे चावल व गेहूं मिलेगा। दाल और खाद्य तेल नैफेड द्वारा पहले की तरह उपलब्धता के आधार दिया जाएगा।
रिपोर्ट – मनोज मिश्रा