योगी सरकार के पहले बजट में भी युवाओं और किसानों को लुभाने की गयी थी बात – वसीम

मो. शकील / आदित्य यादव
विशेष संवाददाता

सरकार ने जो बजट पेश किया है व न तो गरीबों के हित में का हे, ना किसानों के न नौजवानों के सरकार वादे तो बहुत की परंतु एक भी वादा पूरा नहीं किया । इसके पहले भी सरकार ने बढ़ा चढ़ाकर दिखावटी बजट पेश किया था। परंतु उस बजट से ना तो किसी गरीब, किसान , व्यापारी को लाभ था ,और ना किसी को रोजगार जीएसटी और नोटबंदी के बाद व्यापारी वर्ग बिल्कुल बर्बाद हो चुका हे ।चिकित्सा की हालत यह है ,कि अस्पतालों में ना तो दवाएं हैं और ना ही कोई रेबीज का इंजेक्शन कई बार तो यह हुआ कि जैद पुर सीएससी में ऐसी कमियां देखने को मिली भारतीय जनता पार्टी नौजवानों को रोजगार के बदले पकौड़ा रोजगार पर ले आई है, जिसकी मैं कढ़ी रूप से निंदा करता हूं । हमारे बुनकर भाइयों को जीएसटी के बाद से व्यापार में काफी हद तक नुकसान हुआ आमदनी घट के आदी हो चुकी है। यदि भारतीय जनता पार्टी सबके साथ सबके विकास की बात करती है। तो पूरे उत्तर प्रदेश के किसी भी जिले में मुसलमान कप्तान की नियुक्ति नहीं की गई है। इससे साफ जाहिर होता है। भारतीय जनता पार्टी धर्म द्वेष की भावना से कार्य कर रही है । आजादी के बाद से प्रदेश में जितनी भी सरकार आई है, उनके शासनकाल में जो बजट पेश हुआ उसमें हमारे बुनकर भाइयों को मुख्य रूप से ध्यान दिया जाता था। परंतु इस बजट से साफ जाहिर होता है कि छोटे छोटे व्यापारी व किसान विरोधी बजट है जिस प्रकार देश के चौकीदार कहता था। विदेशों से काला धन लाएंगे परंतु नीरव मोदी जैसे उद्योगपति भारत का सफेद धन काला कर कितनी आसानी के साथ फरार हो चुके यह एक बड़ा सवाल है ।जब कोई उद्योगपति देश से बाहर विदेश चला जाए और देश के कानून पर एक बड़ा सवाल खड़ा कर जाए इससे ज्यादा शर्म की बात क्या हो सकती है ।