हरदोई:- हरदोई पहुंचे अखिलेश यादव का एमएलसी चुनाव पर बड़ा बयान -कहा भाजपा बेईमानी कर ले और बेईमानी की बधाई एक दूसरे को ही दे

यह पहला चुनाव नही है इससे भी पहले ऐसे चुनाव हुए है -जिला पंचायत चुनाव में कीमत लगाई गई, ब्लाक प्रमुख में पर्चे नही भरने दिए गए -एमएलसी चुनाव में डीएम एसपी और प्रशासन लड़ता रहा -इस चुनाव पर कुछ नही कहेंगे, बीजेपी का शासन है

-जो अपने मन से वोट डाले उसे भी डालने नही दिया जाता -अखिलेश ने मायावती के ट्वीट पर किया पलटवार -कहा बीजेपी होशियार पार्टी, जिनका जवाब वह नहीं देना चाहती दूसरे दल को आगे करती है – हरपालपुर में एक निजी कार्यक्रम में पहुंचे थे अखिलेश यादव

हरदोई में अखिलेश यादव ने भाजपा पर लगाए आरोप, कहा यूपी में हुए चुनाव में प्रत्याशियों की खरीद फरोख्त होती है साथ ही जिले के जिलाधिकारी व पुलिस कप्तान चुनाव जितवाते जो मतदाता अपनी स्वेच्छा से मत देना चाहेगा तो वो भी नहीं दे पाएगा, भाजपा की सरकार के रहते गंगा एक्सप्रेस वे बन पाएगा या नहीं, नोट बंदी व जीएसटी एक धोखा है जो कि भाजपा ने जनता के ऊपर धोखे से थोप दिया, भाजपा की सरकार में महंगाई चरम सीमा को पार कर चुकी है, बीजेपी को अखिलेश यादव ने होशियार पार्टी बताया कहा कि जब किसी मुद्दे पर भाजपा जवाब देना नहीं चाहती तो वह दूसरे दलों को आगे कर देती है, बसपा सुप्रीमो मायावती के ट्वीट पर अखिलेश ने कहा कि हमारे लिए सबसे बड़ा धर्म समाजवाद है और हम संविधान को ही धर्म मानते हैं और भाजपा की सरकार में संविधान के तहत लोगों को अधिकार नहीं मिल रहे.

वहीं बाबा रामदेव पर भी बोले अखिलेश यादव कहा कि बाबा अब योग नहीं सिखा रहे बल्कि वे व्यापार कर रहे हैं कहा कि वह पाउडर और नमकीन बेंचे, भाजपा के इनवेस्टर्स मीट के बारे में कहा कि एक बार फिर भाजपा जनता को धोखा दे रही है भाजपा के काल मे कोई भी कारखाने नहीं लगे, वहीं अखिलेश ने कहा कि मुख्यमंत्री जिस तरह से अमेठी की बाजार में बुलडोजर चलाया उसी तरह बाजारों में भी चलाएं तो शायद सड़कें चौड़ी हो जाएं, वहीं मुख्यमंत्री के दिये गए बयान की मस्जिद के लिए जमीन हिंदू राजा ने दी थी के पलटवार में बोले कि अयोध्या में हनुमान गढ़ी के लिए जमीन नवाबों ने दी थी कहा कि हमारी मिली जुली संस्कृति है और हमारा भारत एक साथ रहकर गुलदस्ते की तरह लगता है और अब भाजपा समाजवादी की भाषा बोलने लगे कहीं वह कुर्सी से हटने वाले तो नहीं हैं।

हरदोई से शिवहरि दीक्षित की रिपोर्ट

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